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बदलते समय के साथ बहुत कुछ बदल जाता है। कल का सितारा आज अंधेरे और गुमनामी में खो जाता है। बॉलीवुड में भी ऐसे सितारों की भरमार है जो कभी सफलता के शिखर पर खड़े थे तो आज बॉलीवुड की चमक-दमक और ग्लैमरस लाइफ से दूर हो गए हैं। इसी कड़ी में एक नाम जुड़ा है अपने दौर की इस बिंदास एक्ट्रेस योगिता बाली का।
शम्मी कपूर की पत्नी गीता बाली की भांजी योगिता आज भले ही सबसे कट गई हैं पर कभी उनका जलवा था। जलवा भी ऐसा कि किशोर कुमार जैसे दिग्गज गायक भी उनके हुस्न में गिरफ्तार रहे, शादी हुई फिर तलाक भी। उसके बाद योगिता मिथुन चक्रवर्ती के साथ अपना घर-संसार बसा कर फ़िल्मी दुनिया से दूर हो गयी। हालांकि, वो लीड रोल के बजाय सपोर्टिंग रोल में ही अपनी अलग ही छाप छोड़ीं।
उनके शुरुआती दौर की फ़िल्म 'परवाना' (1971) आज इसलिए याद की जाती है कि उसमें अमिताभ बच्चन ने निगेटिव रोल किया था। उसमें योगिता के हीरो थे नवीन निश्चल और उन पर फिल्माया गया एक गाना 'पिया की गली लागे भली' काफी पॉपुलर हुआ था।
उसी साल आई फ़िल्म 'मेमसाब' (1971) एक सस्पेंस थ्रिलर थी, जिसमें योगिता के हीरो थे विनोद खन्ना। 'समझौता' (1973) में उनके हीरो अनिल धवन थे, तो उसी साल 'बनारसी बाबू' में वे सदाबहार देव आनंद की हीरोइन के रूप में आईं। इसके बावजूद योगिता के करियर को कोई खास लाभ नहीं हुआ।
योगिता बाली ने 1976 में बॉलीवुड के पॉपुलर सिंगर और एक्टर रहे किशोर कुमार से शादी की और उनकी तीसरी पत्नी बनीं। लेकिन, उनकी शादी 1978 में टूट गई। किशोर कुमार ने योगिता को अपने जन्मदिन (4 अगस्त) के मौके पर तलाक दिया था।
किशोर कुमार से तलाक लेने के एक साल बाद 1979 में उन्होंने बॉलीवुड एक्टर मिथुन चक्रवर्ती से शादी की और उनकी दूसरी पत्नी बनी। हालांकि 1979 में मिथुन चक्रवर्ती से शादी के बाद योगिता ने फ़िल्मों में काम करना कम कर दिया था। योगिता ने 1988 में फ़िल्म 'आखिरी बदला' में मिथुन चक्रवर्ती के साथ काम किया, इसके बाद उन्होंने कोई फ़िल्म नहीं की।
फिलहाल, योगिता बाली चक्रबर्ती को मिथुन से 4 बच्चे हुए जिनका नाम महाक्षय चक्रवर्ती, दिशानी चक्रवर्ती, उषमय चक्रवर्ती और नमाषी चक्रवर्ती है।
आज योगिता काफी वर्षों से घर, परिवार और बच्चों के बीच मुंबई में ही रह रही हैं। आज भी खूबसूरती बरकरार है।