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भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की सबसे खूबसूरत हीराइनों में शुमार श्रीदेवी का यूं अचानक चले जाना किसी से भी बर्दाश्त नहीं हो रहा। दुनियाभर में फैले उनके चाहने वालों को यकीन ही नहीं हो रहा कि इंडस्ट्री का सबसे चहकता और मुस्कुराता चेहरा अचानक यूं उनके बीच से उठकर चला गया।
यूं तो श्रीदेवी के दुनियाभर में लाखों दीवाने हैं लेकिन एक दीवाना ऐसा भी था जो उन्हें बेपनाह मोहब्बत करता था और इसी मोहब्बत में अपना घर-बार भी छोड़ बैठा था। इस दीवानगी पर श्रीदेवी भी पसीज गई और उसे अपना दिल दे बैठी, ये दीवाना और कोई नहीं श्रीदेवी के पति बोनी कपूर हैं, जो एक दौर में उनके लिए अपना सबकुछ छोड़ बैठे थे।
यहां तक की उन्हें अपनी फिल्मों में लेने के लिए वह कोई न कोई मौका ढूंढते रहते थे और एक बार मौका लगा तो दस दिन तक श्रीदेवी के घर के बाहर उनका इंतजार करते रहे जब तक वह उनसे मिलने के लिए नहीं आ गई।
इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में बोनी कपूर ने बताया था कि जब मैंने पहली बार उन्हें पर्दे पर देखा था तो मुझे एक तरह से उनसे प्यार ही हो गया था। 70 के दशक में वह तमिल फिल्म इंडस्ट्री की सबसे बड़ी हीरोइन थीं, उनका जादू ऐसा था कि जो एक बार देखता वो देखता रह जाता था। मैं भी उन्हीं में से एक था।
इसलिए जब मेरे दिमाग में मिस्टर इंडिया का ख्याल आया तो हीरोइन के रूप में सिर्फ श्रीदेवी का ही चेहरा घूम रहा था। मैं उन्हें साइन करने चेन्नई पहुंच गया, मेरे साथ जावेद अख्तर भी थे। लेकिन उनकी मां ने कहा, वह व्यस्त हैं और अभी नहीं मिल पाएंगी, आप फोन का इंतजार कीजिए।
बकौल बोनी कपूर, वह रोज श्रीदेवी के बंगले के चक्कर काटते लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो पाती। वह भी जिद पाल चुके थे कि फिल्म में लेंगे तो सिर्फ श्रीदेवी को ही, जैसे-तैसे लगभग दसवें दिन श्रीदेवी की उनसे मुलाकात हुई।
मैंने उन्हें फिल्म की कहानी सुनाई तो वह तुरंत तैयार हो गईं। लेकिन उनकी मां को कोई शक था इसलिए उन्होंने मुझे टरकाने के लिए 11 लाख रुपये फीस की डिमांड कर दी, मैं तुरंत बोला 11 लाख भी होंगे तो मैं दूंगा। इसके बाद फिल्म शुरू हुई तो बोनी कपूर ने सबसे पहले श्रीदेवी की मां को ही पटाया, वो रोज सेट पर उनके लिए तमाम तरह की व्यवस्थाएं करते।
श्रीदेवी को भी वो बहुत ख्याल रखा करते, उनके लिए अलग मेकअप वैन और तमाम सुविधाएं तुरंत हाजिर रहती थी। बोनी के अनुसार ये उनके प्यार का ही असर था। इसके बाद मेल मुलाकातों का सिलसिला शुरू हुआ। पहली बार चांदनी फिल्म की शूटिंग के दौरान श्रीदेवी को बोनी कपूर के प्यार का एहसास हुआ जो अक्सर स्विटजरलैंड में उनसे मिलने पहुंच जाते थे, जहां चांदनी की शूटिंग चल रही थी।
उसके बाद श्रीदेवी की मां की बीमारी के दौरान दोनों एक दूसरे के नजदीक आ गए। श्रीदेवी जब मां को ऑपरेशन के लिए अमेरिका लेकर गईं तो बोनी उनके साथ थे।