विस्तार
फिल्मों को समाज का आइना कहा जाता है। लेकिन ज्यादातर फिल्में कल्पनाओं के इर्द-गिर्द भी बनाई जाती हैं। क्योंकि आम आदमी की असल कहानी को पर्दे पर उतार पाना थोड़ा मुश्किल ही होता है। ऐसी फिल्मों की संख्या बहुत कम है जिससे आम आदमी खुद को जोड़ पाए। ऐसी ही 5 फिल्में लेकर हम आए हैं जिनकी कहानियों से दर्शकों ने खुद को जोड़ा। इन फिल्मों को दर्शकों ने तो पसंद किया ही साथ ही समीक्षकों ने भी सराहा… तो आइए नजर डालते हैं।