विस्तार
मंगलवार को एक अजीब और खतरनाक घटना हुई। आतंकी संगठन अल-कायदा ने भारतीय रेलवे के माइक्रोसाइट का रेलनेट पेज हैक कर लिया।
साइबर अटैक के जरिए पहली बार अल-कायदा ने अपनी भयवाह मौजूदगी दर्ज करवाई है। हालांकि बाद में उसने पेज छोड़ दिया था। सेंट्रल रेलवे के पर्सनल विभाग के भुसावल विभाग के पेज को हैक किया गया। यह पेज विभाग के प्रशासनिक काम के लिए बनाया गया था, मगर इस पेज पर दक्षिण एशिया के अल-कायदा चीफ मौलाना आसिम उमर का संदेश दिखाई पड़ रहा था।
भारतीयों को दिए इस संदेश में उमर ने कहा,
“तुम्हारे समुद्र में कोई तूफान क्यों नहीं है?” मौलाना आसिम उमर की ओर से भारतीय मुसलमानों को एक संदेश.. (अल्लाह उनकी हिफाजत करे)” हैक किए गए पेज के साथ 11 पन्नों का डॉक्युमेंट था।
“क्या दिल्ली की जमीन पर शाह मुहादित देल्हवी का जन्म नहीं होग, जो एक बार फिर भारत के मुसलमानों को भुलाए जा चुके जिहाद का संदेश देंगे और उन्हें जिहाद की जंग में जाने के लिए प्रेरित करेंगे।”
"बचे समूह में कोई ऐसा उत्तराधिकारी नहीं बचा, जो खुद को बालाकोट के खून में भिगो दे, जो खिलाफत की जंग लड़े और अल्लाह के लिए अपनी जिंदगी कुर्बान कर सके?”, संदेश में लिखा गया। इस संदेश में लोगो से
‘जिहाद’ से जुड़ने की अपील की गई, ताकि अमेरिका और उसके साथियों को हराया जा सके।
उत्तर प्रदेश के संभल में रहने वाले उमर को पिछले ही साल, भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा का प्रमुख घोषित किया गया था। उमर 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद ‘जिहादी’ बन गए। तहकीकात में सामने आया कि 1995 से ही उमर संभल से गायब है।