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सोशल मीडिया पर राजनैतिक हस्तियों को तस्वीरों को एडिट करना और सर्कुलेट करना एक आम बात सी हो गई है। सोशल मीडिये ‘नेटीजंस’ के लिए के नया मंच बन गया है। मगर मध्य प्रदेश के दो युवाओं को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी। इसका एक कारण यह भी है कि जिसका मजाक उन्होंने बनाया, वो ‘खास’ हस्ती हैं।
मध्य प्रदेश के खारगोन जिले के दो युवा, शाकिर (22) और वसीम (20) को संघ प्रमुख मोहन भागवत की एडिट की गई तस्वीर अपलोड करने के लिए सजा मिली है।
इस तस्वीर को अपलोड करने के लिए दोनों को जेल भेजा गया है। इस तस्वीर को तब अपलोड किया गया, जब RSS ने खाकी शॉर्ट्स की जगह भूरे रंग की पैंट की शुरूआत करने घोषणा की।
ट्विटर पर इस तस्वीर को लेकर कई सवाल भी खड़े गिए गए हैं, इसमें से एक सवाल यह भी है:
हालांकि इस बात से कई दक्षिणपंथी विचारधारा वाले लोग
‘आहत’ हो गए। लोकल संघ नेता रजनीश निंबालकर ने पुलिस में
‘धार्मिक भावना आहत’ करने का केस दर्ज करवाया है। दोनो को 30 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
इलाके के एसपी का कहना है कि लड़को ने अपने बचाव में कहा है कि उन उनको यह तस्वीर
‘व्हाट्सअप’ पर किसी और ने भेजी थी, उन्होंने सिर्फ इसे फॉरवर्ड किया था। हालांकि कई कांग्रेसी नेताओं ने हिरासत पर सवाल उठाते हुए इसके खिलाफ प्रदर्शन किया।