अक्सर लोग इंसानों के असली परिवार का पता लगाने के लिए डीएनए टेस्ट करवाते हैं। डीएनए टेस्ट से हमें यह पता चलता है कि किसी भी जीव-जंतु की उत्पत्ति कहां से हुई है, इस बात का पता लगाया जा सकता है। ऐसा आपने कई बार देखा होगा पर क्या आपने कभी डीएनए टेस्ट से किसी भी जीव-जंतु की उत्पत्ति के बारे में सुना है, यदि नहीं तो हम आपको बता दें कि इस बात का पता लगाया जा सकता है। वही इंसानों के साथ यह प्रक्रिया एक आम बात है, लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि किसी कुत्ते का डीएनए टेस्ट कराया गया है. ऐसा सुनने में थोड़ा अजीब जरूर लगता है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में ऐसा ही हुआ है।
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया शहर में एक व्यक्ति को अपने बैकयार्ड में एक कुत्ता मिला, जिसे वो आवारा समझ कर अपने घर ले आए, लेकिन बाद में जब कुत्ते का डीएनए टेस्ट कराया गया तो सामने आया कि वह कुत्ता कोई मामूली कुत्ता नहीं है।
इस कुत्ते का नाम वेंडी है, जिसे इसी साल अगस्त में एक शख्स आवारा कुत्ता समझ कर घर ले आया था। काफी समय बाद जब वेंडी का डीएनए टेस्ट कराया गया तो सामने आया कि वह कुत्तों की एक दुर्लभ प्रजाति है। इस प्रजाति को ऑस्ट्रेलियन अल्पाइन डिंगो कहा जाता है।
ऑस्ट्रेलियन डिंगो होती तो कुत्तों की ही एक प्रजाति है, लेकिन इनकी क्षमताएं बाकी कुत्तों से काफी अधिक होती हैं। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो कुत्ते के रूप में एक सियार। ऑस्ट्रेलिया में तीन तरह के डिंगो डॉग पाए जाते हैं। इनलैंड डिंगो, ट्रापिकल डिंगो और ऑस्ट्रेलियन डिंगो। वेंडी ऑस्ट्रेलियन डिंगो प्रजाति का कुत्ता है। जलवायु परिवर्तन के कारण कुत्तों की इस प्रजाति का वजूद खतरे में पड़ गया है।
उधर, जैसे ही वेंडी का ऑस्ट्रेलियन डिंगो प्रजाति के होने का पता चला, डिंगो फाउंडेशन सेंचुरी वाले उसे अपने साथ ले गए। इसी फाउंडेशन में काम करने वाली लिन वॉटसन ने बताया कि यह डिंगो डॉग उनके लिए बहुत कीमती है। फिलहाल डिंगो फाउंडेशन सेंचुरी में 40 डिंगो डॉग हैं और ऑस्ट्रेलिया में इनकी संख्या बढ़ाने पर काम जारी है।