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भारत के लिए सबसे पहला ऑस्कर लाने का श्रेय भानु अथैया को जाता है। वह भारत की पहली ऐसी महिला हैं जिन्हें ऑस्कर से नवाज़ा गया था। 28 अप्रैल 1929 को जन्मी भानु के जन्मदिन के मौके पर जानिए उनसे जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें।
गांधी थे प्रेरणा
भानु अथैया का जन्म महाराष्ट्र के कोलहापुर में हुआ था। इनका पुरा नाम भानुमति अन्नासाहेब राजोपाध्येय रखा गया। बचपन से ही भानु को गांधी का रेखाचित्र बनाना पसंद था।
गांधी फिल्म के लिए कॉस्ट्यूम डिजाइन
कुछ समय बाद रिचर्ड एटनबरो की अंतरराष्ट्रीय फिल्म 'गांधी' के लिए उन्हें कॉस्ट्यूम डिजाइन करने का मौका मिला। भानु के इस काम को दुनियाभर में सराहा गया और ऑस्कर में नामांकन हुआ।
ऑस्कर में नामांकन
भानू अथैया ने ऑस्कर समारोह की उस शाम को याद करते हुए एक इंटरव्यू में कहा था, ''डोरोथी शिंडलेयर पवेलियन में हो रहे समारोह में गाड़ी से मेरे साथ फिल्म के लेखक भी जा रहे थे। उन्होंने कहा था कि उन्हें लगता है कि अवार्ड मुझे ही मिलेगा।''उन्होंने कहा, ''साल 1983 के ऑस्कर समारोह में बैठे दूसरे डिज़ायनर्स भी यही कह रहे थे कि अवार्ड मुझे ही मिलेगा, तो मैंने पूछा कि ऐसा इतने विश्वास से आप कैसे कह सकते है? इस सवाल पर उन लोगों ने मुझे जवाब दिया कि आपके फिल्म का दायरा इतना बड़ा है कि उससे हम प्रतियोगिता नहीं कर सकते है।''
देश का पहला ऑस्कर
वर्ष 1983 में हॉलीवुड फिल्मकार रिचर्ड एटनबरो की फिल्म "गाँधी" की कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग के लिए देश के लिए पहला ऑस्कर जीता।
50 सालों से भारतीय सिनेमा में सक्रिय
पांच दशक से भारतीय सिनेमा में सक्रिय भानू अथैया ने 100 से ज्यादा फिल्मों के लिए कपड़े डिज़ायन किए है। ऑस्कर के अलावा उन्हें दो राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिले है। वो चित्रकारी में गोल्ड मेडेलिस्ट भी है और इसी वजह से रिचर्ड एटनबरो ने उन्हें फिल्म में चुना था।