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एक सिपाही से लेकर मार्शल तक, इंडियन डिफेंस फोर्सेस के कारण ही सवा सौ करोड़ की आबादी वाला भारत चैन की नींद सो पाता है। उनके त्याग, शौर्य और बहादुरी का कोई दूसरा उदाहरण नहीं है, मगर मिसालें कई हैं। ऐसे ही रणबांकुरों को हमारा देश पूरा मान-सम्मान देने की कोशिश करता है।
यह तो आप जानते हैं कि सशस्त्र सेना के जवान, अलग-अलग दस्तों में देश की रक्षा करते हैं। उनको अलग-अलग रैंक यानि पद भी दिए जाते हैं। मगर आर्मी में कुछ पद ऐसे भी हैं, जो सिर्फ बेहद चुनिंदा लोगों को ही मिलते हैं। यह रैंक्स पाना लगभग नामुमकिन, मगर असंभव नहीं। सेना में यह पद सबसे ऊंचे माने जाते हैं।
अब तक जिन लोगों ने इन पदों को प्राप्त किया हैं, उन्हें आप उंगलियों पर गिन सकते हैं।
इंडियन आर्मी – फील्ड मार्शल
भारतीय सेना में सबसे ऊंचा पद है फील्ड मार्शल। यह फाइव स्टार जेनेरल ऑफिसर रैंक है, जो जेनेरल के ऊपर है। इस पद को पाने वाले अधिकारी को क्रॉस बैटन पर राष्ट्रीय प्रतीक दिया जाता है और कमल के फूलों के साथ एक तलवार दी जाती है।
यह रैंक अधिकारी के साथ ताउम्र रहती है और इस रैंक को पाने वाले अधिकारी कभी रिटायर नहीं होते। वो अंतिम सांस तक सेना का हिस्सा रहते है। इसका मतलब है कि वो पेंशन नहीं प्राप्त करते, बल्कि उन्हें उनका पेरोल पूरे जीवन भर मिलता है। बाकी सभी अधिकारियों की ही तरह, फील्ड मार्शल्स को भी हर आधिकारिक समारोह पर पूरी युनिफॉर्म में मौजूद रहना होता है।
आज तक सिर्फ दो अधिकारियों को यह पद दिया गया है। इनमें से एक हैं सैम मानेकशॉ, एमसी। उनकी वीरता को देख कर उन्हें 'सैम बहादुर' भी कहा जाता था।
उनके अलावा दूसरे शख्स थे, केएम करियप्पा, ओबीई, जो भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ थे
इंडियन एयर फोर्स – मार्शल ऑफ द इंडिया एयर फोर्स
आर्मी के फील्ड मार्शल के बराबर इस पद को भारतीय वायुसेना का सबसे ऊंचा पद माना जाता है। इसे सेरिमोमियल पद के रूप में देखा जाता है। एमआईएएफ को चीफ एयर मार्शल के ऊपर माना जाता है।
यह फाइव स्टार पद आज तक सिर्फ एक ही अधिकारी को मिला है – अर्जन सिंह, डीएफसी
सैम मानेकशॉ की मृत्यु के बाद अभी के समय में ये देश के इकलौते जीवित फाइव स्टार रैंक अधिकारी हैं।
इंग्लैंड के अलावा, भारत किसी हवाई ऑफिसर को सेरिमोनियल रैंक देने वाला इकलौता कॉमनवेल्थ देश है।
इंडियन नेवी – एडमिरल ऑफ द फ्लीट
आर्मी फील्ड मार्शल और वायु सेना के मार्शल ऑफ एयर फोर्स के बराबर, एडमिरल ऑफ द फ्लीट भारतीय नौसेना का सबसे ऊंचा पद है। इस फाइव स्टार रैंक को युद्ध के दौरान अद्भुत वीरता और अक्षम्य साहस के प्रदर्शन के लिए सम्मान के रूप में दिया जाता है।
भारतीय नौसेना में यह सम्मान आजतक किसी को नहीं दिया गया है
नेवी का सबसे ऊंचा पद फिल्हाल एडमिरल रॉबिन धवन के पास है, जो 31 मई 2016 को रिटायर होंगे। उनके बाद नेवी की कमान संभालेंगे एडमिरल सुनील लांबा।
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