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जॉर्ज मिलर की धमाकेदार एक्शन फिल्म Mad Max: Fury Road को तकनीकी खूबियों के लिए सबसे ज्यादा ऑस्कर मिले हैं। जार्ज की खूबी यह है कि वे या तो हड्डीतोड़ ऐक्शन फिल्में बनाते हैं या फिर बहुत कोमल और सेंटीमेंटल टाइप की। इससे पहले जॉर्ज Mad Max सिरीज की तीन फिल्में बना चुके थे। 'Babe' और 'Babe 2- Pig In The City' और 'Happy Feet' जैसी ऐनीमेशन फिल्में भी जॉर्ज ने ही बनाई हैं।
Mad Max: Fury Road फिल्म की खास बात यह है कि इसमें स्पेशल इफेक्ट्स का बहुत कम इस्तेमाल किया गया है। 70 साल के मगर जवांदिल इस निर्देशक ने अपनी पूरी टीम के साथ नामीबिया में डेरा डाल दिया। वहां के रेगिस्तान में कबाड़ा गाड़ियां दौड़ाई गईं। इसका नतीजा यह रहा कि ऐक्शन सीन स्क्रीन पर इतने वास्तविक और जीवंत लगते हैं कि आप दांतों तले उंगली दबाए देखते रह जाते हैं। देखिए कैसे शूट किए गए रेगिस्तान में ये सीन-
https://youtu.be/oGC3yK3dd7o
मिलर ने इस फिल्म पर इतनी मेहनत की है कि आप सोच भी नहीं सकते। जी हां, फिल्म का एक-एक फ्रेम पहले से तैयार कर लिया गया था। टीम ने करीब 3500 स्केच तैयार किए थे। उसमें लोगों का रंग-रूप, पोशाक, गाड़ियों का डिजाइन, सारा परिवेश... सब कुछ पहले से सोच लिया गया था। मिलर ने एक इंटरव्यू में कहा, मेरी सबसे बड़ी चिंता बस एक्शन सीन्स के दौरान अपने कलाकारों की सुरक्षा थी।
https://youtu.be/QhwBs0m9OtY
और अब देखिए इस मेहनत ने स्क्रीन पर क्या रंग दिखाया, ये चेज सीन इस फिल्म की जान हैं...
https://youtu.be/HClM8YvNljo