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साल खत्म होते ही आप भी कुछ नया करने की सोचते होंगे। कुछ अलग करने की सोचते होंगे। वो बात अलग है कि सोच पूरी हो या न हो। 24 साल की निशिता हर साल उन लड़कियों को अपने दम पर पढ़ाती हैं जो गरीबी या किसी दूसरे कारण से शिक्षा से बंचित रह जाती हैं। हर साल ही 151 लड़कियों को अपने दम पर पढ़ाना उनका एक लक्ष्य है।
वडोदरा अरे पीएम जी का शहर, वहां के एयआरएम कॉलेज की स्टूडेंट निशिता राजपूत ने पिछले पांच वर्ष से अनोखा अभियान चला रखा है। शुरुआत में उन्होंने 240 गरीब छात्राओं की स्कूल फी इकट्ठा की थी। इसी तरह 2014 में उन्होंने गरीब परिवारों की 3137 छात्राओं के स्कूल की 30 लाख रुपए फीस जमा करवाई थी।
निशिता का यह अभियान पूरे शहर में चर्चित है। पहले वह खुद अपनी टीम के साथ घर-घर और व्यापारियों के पास जाकर छात्राओं की पढ़ाई में मदद के लिए गुहार लगाती थीं। पर अब हजारों दानदाता खुद उनके घर आकर पैसे दे जाते हैं। निशिता इन पैसों की पाई-पाई का हिसाब रखती हैं और तुरंत किसी न किसी स्कूल में जाकर वहां की गरीब छात्राओं के स्कूल की छह महीने की फीस जमा करवाती हैं।
पिछले साल निशिता ने अपने शहर की 5100 छात्राओं को पढ़ाने का लक्ष्य रखा था। जिसके लिए उन्होंने 51 लाख रुपए एकत्रित करने का अभियान शुरू किया था और पूरा भी किया। देखा जाए तो एक आम इंसान होकर निशिता वो काम कर रही हैं जिसे बड़े-बड़े नेता और मंत्री नहीं कर पाते हैं।
निशिता केवल अपने शहर के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए एक फौलादी काम कर रही हैं। ऐसा काम करके उन्होंने एक मिशाल कायम किया है।