स्टार प्लस पर एक नया सीरियल आने वाला है, नाम है 'चंद्र नंदिनी'। ये एक ऐतिहासिक सीरियल है जो चंद्रगुप्त मौर्य और उनकी रानी नंदिनी पर आधारित होगा। चंद्रगुप्त की भूमिका में रजत टोकस नज़र आएंगे और नंदिनी के किरदार से एक राष्ट्रीय पुरस्कार सम्मानित एक्ट्रेस टीवी पर वापसी कर रही है। आप सभी ने इसे एक चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में देखा होगा। कहानी घर-घर की, मकड़ी, इक़बाल जैसे कई सीरियलों और फ़िल्मों में ये नज़र आ चुकी हैं। इनका नाम है श्वेता बासु प्रसाद। आप भले ही इन्हें नाम से न जानते हों पर इनकी तस्वीर देखने पर आप इन्हें ज़रूर पहचान जाएंगे।
श्वेता जमशेदपुर की रहने वाली हैं। इनकी मां बंगाली और पिता बिहार से हैं। बचपन में ये जमशेदपुर से मुंबई शिफ्ट हो गईं और 11 वर्ष की उम्र से ही इन्होंने टेलीविज़न में काम करना शुरू कर दिया। इन्होंने विशाल भारद्वाज की फ़िल्म मकड़ी में जुड़वा बहनों, चुन्नी-मुन्नी का किरदार निभाया और इस किरदार के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला। श्वेता कहती हैं कि उनके पिता ने कभी उन्हें इस बात का गुरूर नहीं करने दिया और कहा कि ऐसे अवार्ड्स कई बच्चों को मिलते रहते हैं। तुम अपनी पढ़ाई पर ध्यान दो।
इसके बाद श्वेता ने इक़बाल फ़िल्म में भी अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया। चाइल्ड एक्टर के रूप में ये उनकी आखिरी फ़िल्म थी। श्वेता कहती हैं कि उन्हें इसके बाद भी कई फिल्मों के ऑफर आते थे पर उनके मां-बाप ने पहले उन्हें अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए कहा। फिर कुछ वक़्त बाद श्वेता ने दक्षिण भारतीय फ़िल्मों का रुख कर लिया और अपनी शुरुआत एक तेलेगु फ़िल्म से की जिसमें वो मुख्य भूमिका में नज़र आईं। पर जल्द ही उनका जादू फ़ीका पड़ गया और उन्हें फ़िल्में मिलनी कम हो गईं और मिलती भी थीं तो उनको अच्छे रोल ऑफर नहीं किये जाते थे। और इसी दौरान उनके साथ एक ऐसी घटना घटी जिसके बाद वो एक बार फिर न्यूज़ में छा गईं पर गलत कारणों से।
हैदराबाद पुलिस ने उन्हें सेक्स रैकेट में संलिप्त होने के केस में पकड़ा और उन्हें एक होटल से गिरफ़्तार कर लिया गया। उस समय हर किसी ने उनको लेकर अपनी एक राय कायम कर ली बिना ये जाने कि असल में हुआ क्या था। श्वेता के लिए ये समय निश्चित तौर पर बहुत मुश्किल था। श्वेता कहती हैं कि वो वहां एक कार्यक्रम में गई थीं और उनके रुकने का इंतज़ाम आयोजकों ने ही किया था। और वो इस तरह का कोई काम नहीं कर रही थीं। मीडिया ने उनका हिस्सा कवर नहीं किया।
कई जगह न्यूज़ में उनका झूठा बयान आने लगा जिसमें ये बताया गया कि श्वेता ने ख़ुद माना कि उन्होंने पैसों की कमी के कारण ऐसा कदम उठाया। ये सारे आरोप असल में बेबुनियाद थे। इस घटना को कुछ वक़्त बीत जाने के बाद श्वेता ने बी बी सी को दिए इंटरव्यू में कहा कि ये पूरी कहानी बनी बनाई है और मीडिया ने बातों को अपने हिसाब से बदल दिया। उनको झूठे आरोपों में फंसाया गया जिससे वो बाद में बा इज्ज़त बरी कर दी गईं। पर ये हिस्सा किसी ने नहीं दिखाया। क्योंकि शायद इस सच में कोई मसाला नहीं था।
इस घटना के बाद साक्षी तंवर ने श्वेता के पक्ष में कुछ लिखा था पर वो भी यही दिखाता है कि जांच होने से पहले ही साक्षी ने भी इस बात को मान लिया था कि श्वेता इसमें लिप्त थीं। उन्होंने श्वेता का साथ तो दिया पर ये भी जता दिया कि मीडिया में जो कुछ आ रहा है वो सच है। ज़ाहिर है किसी की तरफ़दारी करने का ये सही तरीका नहीं था।
इन सबके बावजूद श्वेता ने कभी हार नहीं मानी। और वो अपने जीवन में अपने हिस्से के सच को लेकर आगे बढ़ती रहीं और इसका नतीजा भी सामने आ गया। उन्होंने कुछ समय फैंटम फ़िल्म के साथ स्क्रिप्ट कंसल्टेंट के रूप में काम किया साथ ही वो नसीरुद्दीन शाह के साथ एक शॉर्ट फ़िल्म में भी नज़र आईं।
https://youtu.be/23KufSqo6cQअब वो चंद्र-नंदिनी से फिर से वापसी कर रही हैं। हम उनकी हिम्मत को दाद देते हैं कि जब हर कोई उनके खिलाफ़ था तब भी उन्होंने हार नहीं मानी और सच्चाई के साथ आगे बढ़ती रहीं। और आख़िरकार उन्होंने परदे पर वापसी करके मसाला न्यूज़ तैयार करने वालों के मुंह पर तमाचा जड़ दिया। हम उनके जज़्बे को सलाम करते हैं और बेहतर करियर के लिए उन्हें शुभकामनाएं देते हैं।