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अगर किसी लड़की को किसी अनजान नम्बर से ये मैसेज आए कि 'क्या रेट है तुम्हारा', 'तुम कब मुझसे मिल सकती हो', 'क्या मै एक रूम बुक कर लूं' तो एक लड़की को कैसा लग सकता है? ये मैसेज करने वाले को नहीं पता होगा। इस तरह के मैसेज आना बहुत ही साधारण बात है। क्योंकि एक खूबसूरत लड़की को ऐसे मैसेजेज न आएं तो इसकी खूबसूरती को धिक्कार है। लड़का, लड़की की खूबसूरती का ख्याल करते हुए ही ऐसे मैसेज भेजता है। उसे सलाम है..
हे महापुरूषों मै भी एक लड़की हूं, सबसे पहले उन महापुरूषों को सलाम जो आज भी लड़की को मैसेज करके परेशान करने को सोचते हैं। भाई किस सदी में ये महापुरुष लोग जी रहे हैं। क्या उन्हें नहीं पता कि लड़कियां अब ऐसे मैसेज से परेशान नहीं होती हैं। आज कल की लड़कियां कमजोर नहीं हैं। आप 2 कौड़ी के मैसेज करके लड़की का रेट पुछोगे तो आपको लड़की ये नहीं बोलेगी कि 250 रु/रात।
केरल की एक महिला हैं 'श्री लक्ष्मी सतीश'। जो कि केरल में एक एजुकेशनल फर्म में सी ई ओ हैं। इन्हें एक महापुरूष ने इसी तरह के मैसेज भेजे। जब इन्होंने मैसेज का कोई जवाब नहीं दिया तो इन्हें कई अनजान नम्बर से फोन आने लगे। इन्होंने फोन काटा और स्वीच अॉफ कर लिया। कोई भी लड़की ऐसा ही करेगी।
दो कौड़ी के लोगों के मैसेज का जवाब देना मतलब अपनी खूबसूरत जिंदगी का एक हिस्सा बरबाद करना।
श्री लक्ष्मी घबराई नहीं उन्होंने तुरंत एक्शन लिया। वो अपने फेसबुक वॉल पर ये सारी घटना लिखीं जिसे अच्छे रिस्पॉन्स मिले। लोगों ने खूब शेयर किया। रोने और घबराने के बजाय श्री लक्ष्मी ने उन अनजान नंबरों में से एक नंबर पर कॉल किया।
लड़के को जब पता चला कि श्री लक्ष्मी की प्रोफाईल क्या है तो इसने माफी मांगनी शुरू कर दी। वाह शेर बनने वाला भिगी बिल्ली बन गया।
जब श्री लक्ष्मी ने पूछा कि उनका नंबर कहां से मिला? इस पर लड़के ने जवाब दिया कि
किसी ने व्हाट्सएप चैट पर उनका नंबर डाला था, और बताया था कि लक्ष्मी सुपर आईटम है। मतलब अगर लड़की आईटम नहीं रहती तो मैसेज नहीं आते। क्या जमाना है। कभी-कभी तो लगता है कि विकसित होने के बाद भी भारत में ये हैरेशमेंट वाली समस्या तो बनी ही रहेगी।
लक्ष्मी ने को लीगल एक्शन तो नहीं लिया लेकिन उस आदमी से किसी भी चैरिटी में 25000 रु डोनेट करने की मांग की। लड़के को ऐसा मजबूरन करना पड़ा ताकि उसके खिलाफ एफ आई आर न हो।
ख़ैर.. उस महारथी ने माफी मांगी, इसलिए लक्ष्मी ने कोई लीगल एक्शन नहीं लिया। ये ऐसे लोग हैं जो लीगल एक्शन के बाद भी अपना स्वभाव नहीं बदलते हैं। इनका काम यही है और ये ऐसा नहीं करेंगे तो इनका खाना-पीना पचेगा नहीं।