Home Feminism Satire What Happens In Pms

क्या आप भी हैं अपनी गर्लफ्रेंड के PMS के शिकार?

Dinesh shreenet Updated Fri, 27 Jan 2017 01:31 PM IST
विज्ञापन
fg
fg - फोटो : google
विज्ञापन

विस्तार

प्री मेंस्ट्रअल सिंड्रोम (पीएमएस) दरअसल वो समय है जो सिर्फ महिलाओं को ही नहीं, बल्कि पुरुषों के लिए भी मुश्किल समय होता है। यकीन मानिए कि जितना महिलाएं इससे दूर भागना चाहती हैं, उससे कहीं ज्यादा पुरुष इससे डरते हैं। क्योंकि असल खामियाजा तो उन्हें ही उठाना पड़ता है। हालांकि आज तक विज्ञान भी उस समय में इस तरह के बर्ताव का कारण नहीं पता कर पाया हैं। शरीर के अंदर होने वाले सारे परिवर्तनों का सीधा संबंध हमारे मूड और व्यवहार से है। तो जिस समय लड़कियों का मूड खराब होगा, तो अपने साथी के साथ उनका व्यवहार भी खराब होना लाज़मी है। लड़के तो यह सोच भी नहीं सकते कि क्या हो रहा, क्यों का तो प्रश्न ही नहीं आता। तो देखते हैं. पीएमएस के दौरान लड़कियों की खास बातें, जब वो चाहती हैं कि उन्हें कोई 'खास' आकर संभाले... बिना बात की लड़ाई

जी हां, वो लड़ती हैं... क्योंकि?? जरा सी बात पर रोना

महिलाओं का हार्मोन स्तर पुरूषों से अधिक है, इसलिए वो छोटी-छोटी बातों पर भी रो देतीं हैं। अब यह उनकी गलती नहीं अगर उनके हार्मोन आंसू बन कर बहते हैं... हर तरह का जंक फूड खाना

खासतौर पर चॉकलेट और आइस क्रीम के लिए तो जैसे वो सालों से भूखे हैं। वैसे ब्राउनी, चॉकलेट, ट्रफल का नाम सुन कर तो कभी भी मुंह में पानी आ सकता है... है न? इमोशंस का पहाड़

वो हर चीज के बारे में बेहद सोचती हैं। इतना कि मन में भावनाओं का पहाड़ बन जाता है। आह्ह... वो पहाड़ ज्वालामुखी कब बन जाए, कोई नहीं जानता...शांत लेडी... शांत!

हर बात पर गुस्सा और सनक जाना

खासतौर पर वो, जो उनके साथी करे... एक तरफ कुंआ, दूसरी तरफ खाई, तो कहां जाएंगे आप? हर बात पर भावुक हो जाना

इतना भी होता जनाब तो आप मैनेज कर लेते मगर आपकी खोपड़ी तब घूम जाती है जब यह भावुकता उन बातों के लिए दिखती है जो उनसे जुड़ी भी नहीं हैं। फिर 'बागबान' हो या 'प्यार का पंचमाना'... डेली सोप की कहानी हो या न हो कोई भी परेशानी... फर्क ही नहीं पड़ता जनाब! अजब बातों से डरना या घबराना7क्या वो मेरे पीछा कर रहा है? क्या वो मुझे मार डालेगा? क्या आज कुछ होने वाला है?? अकेले रहने का चाहत और फिर अकेलापन?

भला औरतों को कोई समझ पाया है? तो हम क्या चीज हैं... जो भी आए... उसे 'रास्ते से हटाना'

शायद नहीं.... बुरे वक्त में ख्याल भी तो बुरे ही आते हैं। पीएमएस के दौरे से मना करना

'असली वजह तुम हो... तुम!' ...और जनाब उनके लिए 'तुम' कभी सुधर ही नहीं सकते... है न!! तो ऐसा होता है पीएमएस के दौरान लड़कियों का बर्ताव.... परेशानी में पास जाओ तो खूंखार लेकिन दूर हो जाएं तो करें प्यार...

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree