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मार्च से लेकर जून तक का समय बच्चों के लिए अजीब होता है। इस समय छुट्टियां भी रहती हैं और रिजल्ट भी आता है। इन दिनों ऐसा ही सीजन चल रहा है, दनादन रिजल्ट आ रहे हैं कि सीबीएसई के 12वीं और 10वीं के नतीजे हाल ही में आए। इन बार कई बच्चों ने 500 में 499 नंबर आए। बारहवीं की टॉपर मेघना श्रीवास्तव के इतने मार्क्स आए, 10वीं में तो 4 बच्चों ने इतने नंबर पा लिए। ऐसे में हर कोई इनकी पीठ थपाथपा दी। इनके परिवार की चर्चा हो रही है, स्कूलों की तारीफ हो रही है, वगैरह, वगैरह...
लेकिन इन्हीं चर्चाओं के बीच हरियाणा के पलवल का एक स्कूल भी चर्चा बटोर रहा है। पलवल के अंतर्गत आने वाले गांव दिघौट में एक सीनियर सेकण्डरी स्कूल ने तो इतिहास ही रच दिया। इस स्कूल में पढ़ने वाले किसी भी बच्चे ने टॉप नहीं किया, बल्कि पढ़ने वाले सभी 51 बच्चे फेल हो गए। एक दो बच्चे फेल होते तो ठीक था लेकिन यहां तो सारा का सारा स्कूल ही फेल हो गया। रिजल्ट देखने के बाद गांव वालों का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गए और पहुंच गए सब के सब स्कूल।
गांव वालों ने स्कूल पर ताला जड़ दिया, टीचरों को भगा दिया और प्रिसंपल को अंदर घुसने नहीं दिया। करीब 9 घंटे ये तमाशा चला, इलाके के डीईओ सुमन पहुंची, उन्होंने स्कूल पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। ये सभी बच्चे हरियाणा बोर्ड से हैं।
अब तक सबसे कठिन, यूपी बोर्ड को माना जाता था। लेकिन इस स्कूल ने अकेले पूरे यूपी बोर्ड को चुनौती दे दी।