डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, स्क्रीनराइटर और म्युज़िक डायरेक्टर, संजय लीला भंसाली। जिन्होंने बॉलीवुड नहीं, देश को ख़ामोशी, हम दिल दे चुके सनम, देवदास, ब्लैक, गुज़ारिश, राम-लीला, बाजीराव मस्तानी जैसी फिल्में दी। हां, वो एक कलाकार है। जो अपनी कला से सिनेमा हॉल के पर्दे को कभी लाल, कभी नीला, कभी हरा तो कभी बिल्कुल अंधेरे में घोल देता है। और कला किसी एक की नहीं होती। वो संपत्ति होती है, देश की। दुनिया देखती है हमारा देश कहां से कहां पहुंच रही है।
अवॉर्ड सिर्फ सिनेमाई दुनिया से नहीं। देश के राष्ट्रपति तक से। 2015 का नेशनल फिल्म अवॉर्ड, बेस्ट डायरेक्शन के लिए। बाजीराव मस्तानी के डायरेक्टर संजय लीला भंसाली को ही गया था। फिर राष्ट्रपति ने पद्म श्री से नवाज़ा। चौथा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान।
उस संजय लीला भंसाली को कुछ लंपटों ने फिल्म बनाने के नाम पर सेट पर जा कर मार-पीट करने की कोशिश की। सेट संजय लीला भंसाली की आने वाली फिल्म पद्मावती का था। सेट बिगाड़ दिया। कुछ कैमरों का भी नुकसान हुआ। सेट के कुछ स्टाफ के साथ भी बद्तमीजी की गई। केस राजस्थान में हुआ। पुलिस कुछ नहीं कर पाई। और राजस्थान का 'पधारो म्हारे देश' बुलावे का पूरा कीचड़ हो गया।
वाजिब था फिल्म फ्रेटरनीटी का गुस्सा बाहर आना। और अपने साथी के साथ खड़ा होना। लोगों ने ट्वीट में अपना गुस्सा निकाला।सुशांत सिंह राजपूत ने अपने नाम से सिंह और राजपूत ही काट दिया अपने ट्विटर हैंडल से और लिखा...
'हम तब तक इन चीज़ों से परेशान होते रहेंगे, जब तक कि हमारे नाम के आगे लगे सरनेम में उलझे रहेंगे।'
We would suffer till the time we're obsessed with our surnames.
— Sushant Singh Rajput (@itsSSR) January 27, 2017
If you're that courageous,give us your first name to acknowledge.#padmavati
As Padmavati I can assure you that there is absolutely no distortion of history.#Padmavati
— Deepika Padukone (@deepikapadukone) January 28, 2017
Can once the whole film industry come together and take a stand, and refuse to be a pony that all bullshit and bullshitters ride on??
— Anurag Kashyap (@anuragkashyap72) January 27, 2017
At the same time Shame on you Karni Sena, you make me feel ashamed to be a Rajput.. bloody spineless cowards ..
— Anurag Kashyap (@anuragkashyap72) January 27, 2017
MC kuch gundo ki vajah se tum aaj Hindu.. bol rahe ho Islamic terrorism bolne me gand phatti hai
— Indian (@DeshbhaktRaj) January 27, 2017
TUMHE gundai n terrorism me fark nahi pata https://t.co/ubrT95DIJX
@DeshbhaktRaj Black Friday tere baap be banayi thi na, kiraye ke deshbhakt
— Anurag Kashyap (@anuragkashyap72) January 27, 2017