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वो दो लोग थे। और दोनों अपनी बीवी और बच्चों को कार में जलते हुए देख रहे थे। और बेबसी ऐसी की कुछ कर भी नहीं सकते।
घटना नार्थ कैलिफोर्निया की है। कैलिफ़ोर्निया अमेरिका में आता है। 34 साल के होंन-विंग एनजी और 45 साल के वेई-ज़ियोंग-ली दोनों अपने पूरे परिवार के साथ छुट्टियों पर जा रहे थे। पूरा परिवार नार्थ कैलिफ़ोर्निया से अभी चला था। और रास्ते में था। लेकिन रास्ते में फिर कुछ ऐसा हुआ कि उन बच्चों की वो छुट्टियां ही नहीं आईं।
अभी ये पूरा परिवार तेजोन पास पहुंचा था। तेजोन पास एक माउंटेन पास है। जो तेहाचापी और सैन एमिग्डियो के बीच आता है। यह एरिया लॉस एंजेल्स से कोई 65 मील की दूरी पर है। 20000 से ज्यादा गाड़ियां और ट्रॉली इस रास्ते से रोज गुज़रती हैं। यहीं आगे एक जंगल के पास इनकी गाड़ी की एक बीएमडब्ल्यू से मामूली-सी टक्कर हो गई।
दोनों ने परेशान होकर अभी गाड़ी को सड़क के एक किनारे लगा कर देखने वाले थे। लेकिन मिनी वैन का एक हिस्सा हाईवे की तरफ रह गया।
तभी पीछे से आ रही एक बड़ी ट्राली ने गाड़ी में टक्कर मार दी टक्कर लगते ही गाडी, सड़क से नीचे के ढलान में गिरने लगी। और नीचे एक नाले के किनारे अटक गई। आगे की सीट पर बैठे होंन-विंग-एनजी और वेई-ज़ियोंग-ली किसी तरह से गाड़ी से बाहर निकले। निकलते ही दोनों पीछे के दरवाजे खोल कर अपने बीवी बच्चों को निकालने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन दरवाजे खुले ही नहीं।
इनको देखते ही 60 साल का ट्रक ड्राईवर रिचर्ड भाग कर इनके पास पहुंचा। हर कोई पूरी कोशिश कर रहा था। किसी तरह से गाड़ी के अंदर फंसे उन 6 लोगों को निकाल लिया जाए।
कैलिफ़ोर्निया हाईवे पैट्रोल ऑफिसर जब तक पहुंचते तब तक गाड़ी में आग लग गई थी। लेकिन दरवाज़े अभी तक बंद थे। हाईवे पैट्रोल ऑफिसर को देख कर दोनों मदद के लिए चीखते हुए ऑफिसर की तरफ भागे। जैसे ही ऑफिसर्स ने देखा की गाड़ी में आग लग गई है। दोनों गाड़ी की तरफ भागे। उन्होंने गाड़ी में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश की। लेकिन, आग बढ़ चुकी थी। और तेज भी। उनमें से एक ऑफिसर ने दरवाज़ा तोड़ने की कोशिश की। लेकिन आग उसकी तरफ फैल रहा था। और उसे छोड़ना पड़ गया।
पैट्रोल ऑफिसर विलियम कहते, "आग इतनी तेजी से फैला की हम कोई मदद नहीं कर पा रहे थे। हम बेहद ही मजबूर से हो गए थे।"
इसके बाद भी एनजी और ली गाड़ी की तरफ भागे और अपनी बीवी और बच्चों को बचाने कोशिश कर रहे थे।
वो दरवाजे को हैंडल से खिंच कर खोलना चाह रहे थे। गाड़ी की बॉडी का मेटल अब पिघलने को हो रहा था। उनके हाथ और चेहरे जल चुके थे। अब हमें उन्हें जबरदस्ती खींच कर गाड़ी से दूर करना पड़ा। अब अगर हम उन्हें नहीं पकड़ते तो वो दोनों भी जल जाते।
बहुत ही भयानक माहौल था। कोई कुछ नहीं कर सकता था। उन दोनों की आंखों के सामने उनका पूरा परिवार जल गया था। वो बस चिल्लाए जा रहे थे।
विलियम कहते हैं, "ये सब इतना भयानक था और इतनी तेजी से हुआ कि हम उसे शब्दों में नहीं बता सकते। फायर सर्विस के लोगों के पहुंचने तक गाड़ी पूरी जल चुकी थी। और गाड़ी के अंदर फंसे सभी लोग जिनमें 4 बच्चे भी थे। सब खत्म हो चुके थे। इन दोनों लोगों को एयर एम्बुलेंस से अस्पताल भेज दिया गया।"
उन बच्चों की वो छुट्टियां कभी नहीं आंई।
हम वक़्त के आगे बेहद ही बेबस हो जाते हैं।