विस्तार
पीरियड्स पर खुलकर बात करना 21वीं सदी में भी एक टाबू है। इससे जुड़े कई मिथक और अन्धविश्वास प्रचलित हैं। महीने के उन दिनों में लड़कियों पर कई तरह के कानून भी लगा दिए जाते हैं मसलन किचन में न जाना, अचार, कपड़े ना छूना आदि आदि। विशेषकर जब किसी बच्ची के पहली बार पीरियड्स होते हैं तब वह बहुत सकुचाई सी रहती है, ऐसे में यह नियम उसके उन दिनों को और भी कठिन बना देते हैं।
लेकिन कुछ जगहें ऐसी हैं जहां यह पहला अनुभव बहुत अच्छा और यादगार बनाया जाता है। यहां पर पहले पीरियड्स का जश्न मनाया जाता है। तो जानें कौन सी है वो जगहें और क्या हैं वहां की प्रथा
फिलीपीन्स
यहां की प्रथा बेहद ही अजीब है। इस दौरान लड़की की मां अपनी बेटी के कपड़ों को धोती है और उसे उसके चेहरे पर लगाती है। ऐसा माना जाता है कि इससे लड़की को मुंहासे नहीं होते। फिर लड़की 3 सीड़ियों से कूदती है, इसका मतलब है कि वह 3 दिन इसी अवस्था में रहेगी।
दक्षिण भारत की प्रथा बहुत ही सुन्दर है । कुछ तमिल समुदाय लड़की के पहले मासिक धर्म के दौरान उसे एकांत में नहलाकर पौष्टिक आहार देते हैं। फिर कुछ रिश्तेदारों को बुलाकर उसकी पूजा की जाती है और तोहफे दिए जाते हैं।
यहां पहले पीरियड्स पर केक खाने को मिलता है जिसे लड़की की मां बनाती है और इस केक का रंग लाल और सफेद होता है।
जापान में लड़की की मां 'sekihan' नाम की डिश बनाती है जिसमें चावल और बीन्स होते हैं। पूरा परिवार इसे खाकर पहले पीरियड्स का जश्न मनाता है।
यहां पीरियड्स को एक खबर की तरह लेकर रिश्तेदार और खास दोस्तों के बीच इसका एलान किया जाता है। इस जश्न में पुरुष भी शामिल होते हैं।
इटली में लड़की के पहले पीरियड्स के बाद उसे Signora(young lady)कहा जाता है और लोग लड़की को बधाई देने आते हैं।
यहां शानदार जश्न मनाया जाता है और गिफ्ट्स दिए जाते हैं।
यहां लड़की को शहद खिलाया जाता है और माना जाता है कि इसके बाद आने वाले पीरियड्स में उसे कोई दिक्कत नहीं आएगी।
यहां पीरियड आने के बाद एक साल तक लड़की बेरी नहीं खा सकती।
यहां की प्रथा के अनुसार लड़की के साथ सभी लोग मिलकर रेड वाइन पीते हैं।