विस्तार
बकरीद के मौकों पर बकरों का भव्य बाजार लगता है। किसी की चाल तो किसी के बाल बकरे के दामों को आसमानों तक पहुंचा देते हैं। हर साल एक न एक बकरा ऐसा मिलता है जिसकी चर्चा अगली बकरीद तक होने लगती है। इस बार भी ऐसा ही एक बकरा मार्केट में चर्चा का विषय बना हुआ है। उत्तराखंड के देहरादून के इस बकरे के मालिक ने इसे बेचने से इनकार कर दिया। लेकिन इसकी खासियत ऐसी थी कि बड़े-बड़े लोग बकरे को खरीदने के लिए लाइन लगाकर घर के बाहर खड़े हो गए।
देहरादून के इस बकरे के शरीर पर अल्लाह और मोहम्मद लिखा हुआ है। अब बकरीद जैसे पाक मौके पर ऐसा कोई बकरा दिख जाए तो जाहिर सी बात है कि लोगों की खरीदने की दिलचस्पी बढ़ जाएगी। मालिक ने तय कर लिया कि इस बकरे को नहीं बेचेगा। लेकिन खरीदने वाले इसकी बोली लगाने लगे, जोकि बढ़ते बढ़ते 65 लाख तक पहुंच गई।
बकरे के मालिक का नाम आमिर है। 48 किलो वजन के इस बकरे को खरीदने के लिए एक खरीददार ने 65 लाख रुपये तक की पेशकश दे दी। लेकिन आमिर भी मूड बनाकर आए थे कि इस बकरे को कम से कम 80 लाख रुपये में बेचा जाएगा।
आखिरी खबर लिखे जाने तक को इसका खरीददार 80 लाख रुपये देने को तैयार नहीं था। आमिर अपने बकरे मोनू को बहुत प्यार करते हैं। उनका कहना है कि जब उसका जन्म हुआ तो फज्र की अजान हो रही थी। जन्म के समय उसके शरीर पर कुछ लिखा हुआ था। परिवार ने कभी ध्यान नहीं दिया लेकिन रमजान के महीने में एक हाफिज उनके घर आए तो उन्होंने बताया कि मोनू के एक तरह अल्लाह लिखा हुआ है तो दूसरी तरफ फातिमा लिखा हुआ फभर आया है।
आमिर का मानना है कि यह बकरा अल्लाह की नेमत है और अपने सही मालिक के पास पहुंच जाएगा। इसे देखने के लिए इमाम साहब भी घर आ चुके हैं।