देखो भैया जिसको जो सोचना हो सोंचे। लेकिन सरकार ने अब तय कर लिया है कि ब्लैक मनी का पैसा उन्हीं के पास रहेगा। किनके पास? जिनका पैसा था। तुम्हें लाईन लगनी है लगो। भूखे मरना है मरो। कुर्बानी देनी है दो। देशभक्ति का त्योहार मुबारक हो!
मन में सोच रहे होगे ऐसा क्या हो गया? लेयो सुनतो भी जाओ क्या हुआ। पहिले, पहिले मतलब 8 नवंबर से पहले सरकार ने एक वो लाया था। प्रपोजल। जिसमें बोला गया था कि...
इसके बाद 8 नवंबर को सरकार ने एलान किया। वाया-प्राइम मिनिस्टर। आज रात के बाद से 500 और 1000 का नोट नहीं चलेगा। फलाने तारीख तक। अपना जितना पैसा है बदल लें।
अब ऊ सब देशभक्ति का डिरामा खत्म। आज लोकसभा में मंत्री जी ने एक नया बिल पेश किया है। क्या बिल है?
बिल में साफ़-साफ़ कहा गया है। आपके पास जित्ता भी ब्लैक मनी है। उसको लाइए और जुर्माना दे के घर जाइए। आपका पैसा सुरक्षित।
उसपर से सरकार का कहना है जितने भी अकाउंट में 2.5 लाख से ज्यादा जमा हुआ है। उसको सरकार जांच करेगी। नजर रखेगी। भैया हमको माफ़ कर दो। अभी तक कहे नहीं थे आज कहे देते हैं। पब्लिक का, ग़रीब लोगों का काटना बंद कर दो। अम्मा! जाइए पहिले स्विस बैंक खाली करवाइए। और सब पैसा सरकारी खज़ाने में डाल दीजिए। बहुत तरक्की कर जाएगा देश।
और अगर आपके दिमाग में चल रहा है कि पहले संसद में बिल पास होगा तब तो। तो ऐसा है लोकसभा में सरकार भयंकर मेजोरिटी में है। वहां इसको पास कर ही दिया जाएगा। रही बात राज्यसभा की तो वहां भी हो ही जाएगा। क्योंकि वहां ये मनी बिल के तौर पर पेश की जा रही है।