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हम सब का जन्म किसी न किसी मकसद से होता है लेकिन रिश्ते-नाते, प्यार मोहब्बत और शौक-जरूरत के चक्करों में फंसकर हम अपने असल मकसद से भटक जाते हैं। गिने चुने लोग ही ऐसे होते हैं जो सही मायनों में उस रास्ते पर चल पाते हैं जिसके लिए उनका जन्म हुआ है। रिकी मीना उनमें से एक हैं। अमेरिका के रहने वाले रिकी मीना स्पाइ़डर मैन की ड्रेस पहनकर बच्चों के अस्पताल में घूमते टहलते मिल जाएंगे।
स्पाइ़डर मैन की ड्रेस में उन बीमार बच्चों से मुलाकात करते हैं जो अस्पताल में दाखिल हैं। रिकी जब स्पाइडर मैन की ड्रेस पहनकर मुलाकात के लिए पहुंचते हैं तो बीमार बच्चे भी उठकर खड़े हो जाते हैं। अस्पताल पहुंचकर वो खुद को बच्चों को सौंप देते हैं। फिर जैसा बच्चे कहते हैं स्पाइडर मैन वैसा ही करता है। वीडियो गेम खेलता है, बच्चों के साथ उन्हीं का हाथ पकड़कर घंटों बैठा रहता है। उनमें ऐसा जादू है कि बच्चे सारे दर्द, सारी परेशानी और मम्मी-पापा को भूल जमकर खेलते हैं। रिकी की मुलाकात से अब तक 10 हजार बच्चे गंभीर बीमारी से बाहर निकल आए हैं।
रिकी मीना बताते हैं कि एक रात उनके सपने में उनकी दादी मां आईं थी। जो उन्हें पुराने से प्रोजेक्टर पर एक वीडियो दिखा रही हैं। इस वीडियो में स्पाइडर मैन एक अस्पताल में है जहां ढेर सारे बीमार बच्चे हैं जोकि स्पाइडरमैन को देखकर खुश हो जाते हैं। वो बताते हैं कि मैंने सपने में अपनी दादी मां से पूछा कि यह वीडियो किस फिल्म का है तो वो उनसे कहती हैं कि बेटा ये तुम हो और कल सुबह उठोगे तो इस काम को करोगे। तब से रिकी ने इस पर काम करना शुरू किया।
जब रिकी को सपना आया तो उनके पास न तो काम था और न ही जरूरतें पूरी करने का कोई जरिया। वो बताते हैं कि उन दिनों मेरे पास सिर्फ मेरे दोस्त का काउच था, जिस पर मैं रहता और सोता था। सपने को देखने के बाद रिकी ने इस पर काम करना शुरू किया। पहली बार ड्रेस बनवाने के लिए भी पैसे नहीं थे इसलिए कार बेच दी। पहले तो हॉस्पिटल का रिस्पॉन्स अच्छा नहीं था लेकिन जैसे ही बच्चों की तबियत में सुधार आने लगा तो अस्पताल उन्हें कॉल करके बुलाने लगे।
रिकी ने बताया कि मैं यह काम तो कर रहा था लेकिन हर किसी के पास पहुंच नहीं पा रहा था। फिर उनकी मुलाकात हर्ट ऑफ हीरो नामक एनजीओ से हुई। उनके साथ मिलकर रिकी ने काम करना शुरू किया। 4 साल से वह लगातार यही काम कर रहे हैं और अब तक दस हजार से ज्यादा बच्चों की जिंदगी को बचा चुके हैं।
रिकी के लिए बच्चों की दीवानगी तो हर किसी खुशी देती है लेकिन कई ऐसे बच्चों की मौत हो गई जिनसे रिकी की अच्छी दोस्ती हो गई थी। इस बात का जिक्र करते हुए वो बताते हैं कि एक बच्चे ने अपनी आखिरी सांसे तब ली थी जब वो मेरी गोद में था। कई रातों तक मैं सो नहीं पाया था।
Source- Borepanda