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आपने कभी सोचा है कि लोग हमेशा फोन उठाते ही हैलो क्यों बोलते हैं, आखिर हैलो है क्या, कहां से आया हैलो? क्या है हैलो बोलने के पीछे का राज। बहुत से लोग कहते हैं ये आम बोलचाल की भाषा है तो कई बताते हैं ये फोन का अविष्कार करने वाले वैज्ञानिक ग्राहम बेल की गर्लफ्रेंड के नाम से निकला शब्द है? 21 नंवबर 1973 से पूरी दुनिया में वर्ल्ड हैलो डे मनाया जाता है।
दरअसल सोशल मीडिया में एक पोस्ट वायरल हो रही है कि ग्राहम बेल गर्लफ्रेंड के प्यार में इस कदर दीवाने थे कि उन्होंने न केवल दुनिया को टेलीफोन दिया बल्कि इसके लिए दुनिया भर में इस्तमाल होने वाला शब्द हैलो दिया, क्योंकि उनकी गर्लफ्रेंड का नाम ‘मारग्रेट हैलो’ था।
आपको बता दें कि 5 मार्च 1992 में छपी न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में लिखा था कि फोन उठाने के बाद हम लोग जो हैलो बोलते हैं, वो महान वैज्ञानिक थॉमस अलवा एडिसन के दिमाग की उपज है। एडिसन ने दुनिया को बिजली का बल्ब और ग्रामोफोन दिया था।
एडिसन की अप्रकाशित चिट्ठी से इस बात का खुलासा हुआ है कि हैलो ग्राहम बेल की पहली पसंद नहीं थी वो तो इसे ‘आहोए’ करना चाहते थे। वो इसीलिए क्योंकि ‘आहोए’ शब्द उस वक्त किसी को बुलाने के लिए इस्तमाल होने वाला शब्द था।
वैसे फोन पर हेलो बोलने की एक और कहानी है। कहा जाता है कि जब टेलीफोन का आविष्कार हुआ तो शुरुआत में लोग फोन पर पूछा करते थे ‘आर यू देयर?’ तब उन्हें यह विश्वास नहीं था कि उनकी आवाज दूसरी ओर पहुंच रही है।
माना जाता है कि 1877 में थॉमस एडिसन ने पीट्सबर्ग की सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट एंड प्रिंटिंग टेलीग्राफ कंपनी के अध्यक्ष टीबीए स्मिथ को लिखा कि टेलीफोन पर स्वागत शब्द के रूप में हैलो का इस्तेमाल करना चाहिए। उनकी सलाह को सभी ने मान लिया। उन दिनों टेलीफोन एक्सचेंज में काम करने वाली ऑपरेटरों को ‘हेलो गर्ल्स’ कहा जाता था।
दरअसल आहोए एक डच भाषा के शब्द होए से लिया गया है, जिसका मतलब किसी के अभिनंदन से होता जाता था। लेकिन लोगों को सबसे प्रिय हैलो लगा, वो शायद इसीलिए क्योंकि वो बोलने में आसान और छोटा था और आखिरकार ये शब्द ‘हैलो’ चलन में आया जो आज भी जारी है।
आपको बता दें कि इतिहास में ग्राहम बेल की गर्लफ्रेंड का कोई जिक्र नहीं है। ग्राहम बेल अपनी पत्नी से बेहद प्यार करते थे जिनका नाम मेबल गर्डनियर हबर्ट था।
अगर ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी की मानें तो हैलो शब्द पहली बार 1827 में प्रयोग किया गया था। हैलो का मतलब हाय नहीं होता है, 1830 के दशक में हैलो शब्द का प्रयोग लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए किया जाता था। हैलो शब्द हाला अथवा होला से बना है। यह जर्मन अथवा फ्रांसीसी शब्द होला से निकला है, जिसका मतलब होता है कैसे हो या क्या तुम वहां हो या क्या तुम सुन रहे हो।