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इंडिया दिन दोगुनी और रात चौगुनी प्रगति कर रहा है। करे भी क्यों न बहुत से लोग इस काम में लगे हुए हैं। ये बहुत मेहनती भारतीय हैं जो दिन-रात एक करके बस काम में लगे ही रहते हैं। इस बार इसरो ने एक शानदार काम किया है। अगले हफ़्ते ये संस्था स्पेस में रिकॉर्ड तोड़ सैटेलाईट भेजने वाली है।
आपको जानकार हैरानी होगी लेकिन इस फ़रवरी आकाश में एक साथ 104 सैटेलाईट भेजे जाएंगे!
इस काम के लिए PSLV C-37 का इस्तेमाल किया जाएगा। इसरो के लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम के डायरेक्टर एस. सोमनाथ ने कहा कि हम सेंचुरी बना रहे हैं। इससे पहले इस स्पेस एजेंसी ने 83 सैटेलाईट एक साथ लॉन्च करने की योजना बनाई थी लेकिन फिर इसे कुछ समय के लिए टाल दिया गया। इनमें से 80 विदेशी थे।
असली बात ये है कि 104 सैटेलाईट में से 88 केवल यूएस के ही होंगे। हर एक सैटेलाईट 5 किलो का होगा और इनको 'डव' या 'फ्लॉक 3पी' कहा जाता है। अब तक किसी भी स्पेस एजेंसी ने एक साथ इतने सारे सैटेलाईट लॉन्च नहीं किये हैं।
पीएसएलवी में 2 छोटे स्पेस क्राफ्ट भी होंगे।
इसके अलावा इस काम में जर्मनी भी भारत का साथ दे रहा है। इस लॉन्च के साथ भारत का नाम इतिहास में दर्ज हो जाएगा क्योंकि इससे पहले दुनिया की किसी स्पेस एजेंसी ने इतने बड़े पैमाने पर कोई लॉन्च नहीं किया है। सितम्बर 2015 से पीएसएलवी 18 छोटे यूएस अर्थ इमेजिंग सैटेलाईट मिलाकर कुल 79 फॉरेन स्पेसक्राफ्ट भेज चुका है। इससे भारत के राजस्व में बढ़ोतरी होगी और विश्व स्तर पर भारत का नाम रौशन होगा।