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नींबू का इस्तेमाल तो हम सब करते हैं। हाजमा सुधारने से लेकर, गर्मी दूर करने और स्किन को निखारने तक के लिए हम इसको बड़ी बेदर्दी से निचोड़ देते हैं। हाथ से नींबू निचोड़ते वक्त एक मलाल रहता है कि अगर नींबू निचोड़ने वाली मशीन रहती तो एक नींबू का पूरा पैसा वसूल लिया जाता। खैर, इसकी मशीन बाजार में आसानी से और सस्ते दामों में उपलब्ध है। लेमन स्कवीजर का इस्तेमाल करते हुए कभी आपने सोचा है कि कौन था वो शख्स जिसको इसकी जरूरत का अहसास हुआ था। क्यों हुआ था अविष्कार और किसने किया था अविष्कार। तो चलिए आज आपका ज्ञान बढ़ाते हैं। ये बताकर कि नींबू निचोड़ने वाली मशीन किसने बनाई थी।
नींबू निचोड़ने की मशीन का अविष्कार वैज्ञानिक जॉन थॉमस व्हाइट ने किया था। आज ही के दिन (8 दिसंबर) 1896 में इसको बनाया गया था।
तस्वीर- everyday is special Blog
जॉन थॉमस एक दिन नींबू का शर्बत पीने के इच्छुक थे। नींबू निचोड़ने की कोशिश की तो उनको महसूस हुआ कि न तो उसके पूरे रस का इस्तेमाल हो पा रहा है और हाथ गंदे हो रहे हैं सो अलग। लिहाजा लकड़ी के टुकड़े को लेकर बैठ गए। और कुछ ही देर में तैयार कर डाली एक ऐसी मशीन जो बिना हाथ लगाए नींबू की एक एक बूंद निचोड़कर निकाल देती है।
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जॉन थॉमस ने जब इसका अविष्कार किया था तो उनकी उम्र 68 वर्ष थी। और वह न्यूयॉर्क में रहते थे। अविष्कार के कुछ ही दिन बाद इसका पेटेंट भी करवा लिया था।