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पहले मैं बहुत मोटा था.... फिर मैने ये किया और अब मैं बहुत पतला हो गया हूं… ऐसे इश्तेहारों में दिखने वाले लोग डेढ़ सौ रुपये वाली बेल्ट और दूध से निकाली मलाई को पेट पर पोत कर पतले होते हैं। जबरदस्त दृढ़ निश्चय के साथ-साथ एक सामाजिक डर भी होता है जो आपको पतले होने के लिए प्रेरित करता है। जैसे की मैं मोटा हो जाउंगा/जाउंगी तो दोस्त मजाक उड़ाना शुरू कर देंगे। ढीले कपड़े पहनने पड़ेंगे क्योंकि टाइट में पोल खुल जाएगी वगैरह-वगैरह…
लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें जिंदा रहते ये चिंता सताने लगती है कि अगर मैं मोटा ही मर गया तो मरने के बाद क्या होगा… कितना बड़ा कफन लगेगा, उठाने वाले लोग कितना कोसेंगे… लंदन के रहने वाले 32 साल के लिनस बोमन को कुछ ऐसा ही फील होने लगा था। अपने बढ़ते वजन की चिंता से ज्यादा चिंता उनको इस बात की थी कि मेरे मरने के बाद कितना बड़ा कफन खरीदना पड़ेगा। बस फिर क्या था, जवानी में मौत के डर से लिनस ने जिम ज्वाइन कर ली और वर्कआउट करके वजन घटा लिया।
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक लिनस जब 24 साल के थे तब उनको स्लिप एपानोइका नाम की बीमारी हो गई थी। गर्दन के आस-पास पसेरी भर चर्बी इकट्ठा हो गई, बेहद बिगड़ी दिनचर्या का परिणाम ये हुआ कि उनका वजन 139 किलो पहुंच गया। बढ़ते मोटापे में लिनस को मौत का डर सताने लगा। यहीं से उन्होंने पतले होने की कोशिश शुरू की और कुछ ही दिन में वजन घटकर 57 किलो पहुंचा दिया।
मौत ही सही लेकिन लिनस ने किसी भी डर से वजन घटाया। उन्होंने अपनी स्टोरी यू-ट्यूब पर भी शेयर की, जिसे काफी सराहा जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस तरह से उनकी लव लाइफ भी बदली है।