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योगा और दादा जी लोगों की अपनी बॉन्डिंग होती है। रिटायरमेंट के बाद योगा इनकी पसंदीदा क्रिया होती है जो सूरज उगने के साथ शुरू होती है। प्राणायम करते हुए ही देश की राजनीति के अनुलोम और विलोम पर चर्चा की जाती है। लेकिन नॉर्मल दादाजी लोगों का योगा पार्क में मैट बिछाकर या घास पर तशरीफ रख कर होता है। लेकिन जिन डेयरिंग दादा की बात आज हम कर रहे हैं उनका योगा जमीन से 300 फीट की ऊंचाई पर होता है।
हम जिस योगा की बात कर रहे हैं आपके दादा जी वो वाला योगा कर नहीं पाएंगे। दादा जी क्या, ‘चाचा जी’, ‘पापा जी’ और खुद ‘आप जी’ भी नहीं कर पाएंगे। 69 साल के खिवराज गुर्जर दुनिया के इकलौते शख्स हैं जो साइकिल पर योगा करते हैं। सिर्फ साइकिल पर योगा नहीं करते बल्कि 300 फीट की ऊंचाई पर योगा करते हैं। इनके स्टंट देखकर आपकी जान हलक में अटक भी सकती है।
ये जोधपुर में ऊंची पहाड़ियों पर चढ़कर पावर योगा करते हैं। पहले ये साइकिलिस्ट थे। बाद में योगा का शौक चढ़ा और दोनों का मिक्स करने के बाद दुनिया के सामने अपने टाइप योगा तैयार ला दिया। अब इनके योगा को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। ये जिस साइकिल पर योगा करते हैं वो भी खास है।
इनकी खास बीएमएक्स साइकिल 12 किलो की है जिसे कंधे पर लादकर ये पहाड़ियों पर भी चढ़ जाते हैं। उससे स्पेशल है इसका हैंडल और जोकि 90 डिग्री तक घूम जाते हैं। टायरों की हवा भी ये अपने हिसाब से रखते हैं क्योंकि टायर में ज्यादा हवा रहेगी तो साइकिल का बैलेंस बिगड़ सकता है।