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मुंबई में सुई-धागे की बिक्री बढ़ने वाली है

Apoorva Pandey/ firkee.in Updated Fri, 09 Dec 2016 02:55 PM IST
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मुंबई में रिप्ड जीन्स पर बैन
मुंबई में रिप्ड जीन्स पर बैन - फोटो : pinterest, google
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देखिए अगर आप आने वाले साल में मुंबई के संत ज़ेवियर कॉलेज में दाख़िला लेने का मन बना रहे हैं तो समय आ गया है कि आप टेलर बन ही जाए और अभी से पढ़ाई के साथ-साथ अपने कपड़ों की मरम्मत करना भी शुरू कर दें। आपको बता दें कि इस कॉलेज में ड्रेस कोड है और वो भी लड़कियों के लिए ख़ास तौर पर।

यहां पर स्टुडेंट्स पर शॉर्ट्स और स्लीवलेस कपड़े पहनने पर बैन है। अब आपने कितने लड़कों को स्लीवलेस पहने देखा है? ज़ाहिर तौर पर ये फ़रमान लड़कियों के लिए ही है। कॉलेज प्रशासन इतने से ख़ुश नहीं था तो उसने चाय पीते-पीते सोचा कि क्यों न एक और बम फोड़ा जाए।


पूरे भारत में मशहूर इस कॉलेज में अब आप रिप्ड जींस पहन कर नहीं जा पाएंगे क्योंकि आपको ऐसे देखकर कॉलेज वालों को शर्म आती है. (ऊपर तस्वीर में जो दिख रही है उसे ही रिप्ड जींस कहते हैं)


ये हिंसा नहीं तो और क्या है?


आपको तो ज़रा सी भी शर्म है नहीं। आपने कभी इस एंगल से सोचा कि ऐसी जींस पहनकर आप गरीबों का कितना बड़ा मज़ाक उड़ाते हैं? नहीं सोचा होगा। आप में दिमाग है ही नहीं. लेकिन इस कॉलेज प्रशासन ने गरीबों की मदद करने और अपने स्टुडेंट्स को तमीज़ सिखाने की बात ठान ली है और अब बैंड कपड़ों की लिस्ट में रिप्ड जींस का नाम भी जुड़ गया है।

कॉलेज के इस धांसू रीज़न को बच्चे पचा नहीं पा रहे हैं। वो बच्चे ख़ासतौर पर सदमे में हैं जिन्होंने घंटों की मेहनत के बाद अपनी नार्मल जींस को रिप्ड जींस में बदला था। हमें लगता है कि ज़ारा के कपड़ों को लेकर ऋषि कपूर ने जो ट्वीट किया था प्रशासन उनसे इंस्पायर होकर दो कदम आगे चलने की कोशिश कर रहा है।
 

लड़कियां अपनी जींसें लेकर अपने-अपने बुटीक भागने लगी हैं। बुटीक वाली आंटियों को समझ नहीं आ रहा कि वो कुर्ते सिलें या जींस। इस ऐलान के बाद से ही मुंबई के सभी माल्स से बम्पर सेल की ख़बरें भी आ रही हैं। दिल्ली की तरह ही यहां के कॉलेजों में भी लड़कियां देर रात तक कॉलेज में नहीं रुक सकतीं, लाइब्रेरी का इस्तेमाल नहीं कर सकतीं, मनपसंद कपड़े नही पहन सकतीं।

कुलमिलाकर भारतवासी ये समझ चुके हैं कि वो लड़कों को तो सुधार नहीं पाएंगे या शायद सुधारना ही नहीं चाहते। ऐसे में संत ज़ेवियर कॉलेज ने एक टिपिकल आंटी की तरह लड़कियों से कह दिया है कि देखो वो तो जैसे हैं वैसे हैं तुम ज़रा 'ढंग' से रहो।

अब बैन के इस दौर में देखना होगा कि और किन-किन चीज़ों पर बैन लगने वाला है। आप हमें बताइए कि कॉलेज में कुछ ख़ास तरह के कपड़ों पर बैन को लेकर आप क्या सोचते हैं? 

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