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कुछ बातें समझ से बेहद ही परे होती हैं। हां, ये बात भी सच है कि हाल के दिनों में कुछ ऐसी घटनाएं भी हुई हैं।जिनमें कुछ ऐसे लोग पकड़े गए, जो मुसलमान थे। लेकिन इसका क्या मतलब है कि इसके बाद दुनिया भर के मुसलामानों को परेशान किया जाए।
ऐसा ही कुछ हुआ जब एक पति-पत्नी पेरिस से सिनसिनाटी के लिए जा रहे थे। सिनसिनाटी अमेरिका में एक शहर है। ये कपल अपनी शादी की दसवीं सालगिरह को सेलिब्रेट कर के फ्रांस से लौट रहे थे। दोनों अमेरिकी एयर लाईन कंपनी 'डेल्टा एयरलाइंस' के प्लेन से सफर कर रहे थे।
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img source: UStoday[/caption]
ये कपल था पाकिस्तानी अमेरिकी। मतलब पाकिस्तान के मूल लेकिन अमेरिका में रहने वाले। कपल जिनका नाम नाजिया और फैज़ल अली है। दोनों डेल्टा एयरलाइंस की फ्लाइट में बैठे थे। नाज़िया कहती हैं, मैंने अभी अपने जूते उतारे थे। और अपने पेरेंट्स को मेसेज किया था। अब हैडफ़ोन लगा कर बैठने वाली थी, तभी एयर लाइन का एक क्रू-मेंबर इनके पास आया।
हुआ ये था कि फ्लाइट के एक क्रू मेंबर ने पायलट को शिकायत की थी कि एक आदमी और एक औरत हैं। औरत ने हिजाब लगा रखा है। और कुछ मेसेज लिख रही है। साथ में एक आदमी है जिसे बहुत पसीने आ रहे हैं।
इसके बाद उनके पास एक ग्राउंड स्टाफ आया। जिसने उनसे कहा कि आपको हमारे साथ आना होगा। जिस पर नाज़िया ने पूछा कि क्या हमें अपने सामान के साथ आना होगा। तो उसने जवाब दिया, जी हां, आप दोनों अब इस प्लेन में नहीं जा सकते। दोनों प्लेन से नीचे आ गए। प्लेन में बैठे इनको अब तक 45 मिनट गुज़र चुके थे।
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img source: independent[/caption]
इसके बाद फ्रेंच पुलिस ने भी इनसे पूछ-ताछ की। जिसमें उन्हें ऐसा कुछ नहीं मिला। पुलिस ने इनसे पूरा डिटेल लिया जिसके बाद उन्हें इस कपल को छोड़ना पड़ा। पुलिस ने कहा इनसे हमें कोई शिकायत ही नहीं है।
इसके बाद कंपनी पर 'इस्लामोफोबिया' के नाम पर आम आदमी को परेशान करने का केस-वेस हुआ है। इस्लामोफोबिया का क्या मतलब? 'मतलब इस्लाम का डर'। और इस वजह से उन दोनों बेचारों की तो सालगिरह की जो सेलिब्रेशन थी वो बर्बाद कर दिया। भगवान जाने या अल्लाह जानें। जिससे पूछना है पूछो अपने को कोई फर्क नहीं पड़ता। बस शर्त ये है कि ये तस्वीर बदलनी चाहिए।