जब आम इंसान कोई ऐसी चीज देखता है जो उसकी स्थापित समझ को नकार रही हो या चुनौती दे रही हो तो वह उसे खतरा मान लेता है। या फिर उसे इस ग्रह की ही बताने से इनकार कर देता है। जबकि सच्चाई ये है कि चांद तक पहुंचने वाला इंसान आज तक भी धरती पर चीजों को सही से समझ नहीं पाया है।
कुछ ऐसा ही हुआ जब चिली में एक रहस्मयी कंकाल मिला। कंकाल की लंबाई और अलग तरह के कपाल ने इंसान की इसी स्थापित समझ को चुनौती दी और अफवाह बन गई कि ये एक
एलियन का कंकाल है।
लेकिन वैज्ञानिकों ने अब इसी बात का खंडन किया है। वैज्ञानिक बताते हैं कि ये एक लड़की का कंकाल है। जिसे हड्डियों से संबंधित दुर्लभ विकार था। वैज्ञानिकों को ये जानकारी जुटाने में एक दशक से ज्यादा लग गया।
दरअसल, चिली के अटाकामा रेगिस्तान में यह कंकाल मिला था। इसे अटा नाम दिया गया। इसकी चपटी और धंसही हुईं खोपड़ थीं। इसके अलावा इसकी लंबाई भी हैरान करने वाली थी मात्र छः इंच। जिसके बाद दुनियाभर में यह बात उठी कि यह एक एलियन का कंकाल हो सकता है।
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने इस पर खोज शुरू की। अब इनका साफ तौर पर कहना है कि यह एक मानव कंकाल है। जीनोम रिसर्च' में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, यह गंभीर आनुवंशिक उत्परिवर्तनों से पीड़ित एक मानव (कन्या) का कंकाल है।
रिसर्च में पता चला है कि यह भ्रूण हड्डियों के गंभीर रोग से पीड़ित था। इसकी आनुवंशिक प्रक्रिया को समझने के लिए शोधकर्ताओं ने अटा की पसलियों से डीएनए का एक छोटा नमूना निकाला और संपूर्ण जीनोम का अनुक्रम बिठा इसे समझने का प्रयास किया। वैज्ञानिकों का मानना है कि कंकाल करीब 40 साल पुराना है।
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