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कैलिफोर्निया की 24 साल की कैली हैवेल मां बनना चाहती थीं। लेकिन उनका भारी-भरकम शरीर इसमें आड़े आ रहा था। 165 किलो की होने के कारण कैली, पॉलीसाइस्टिक ओवरी सिंड्रोम की चपेट में आ गई थीं। इस अवस्था में गर्भधारण की संभावनाएं बढ़ते वजन के कारण कम होने लगती हैं। उपचार के दौरान ही डॉक्टरों ने चेतावनी दी थी कि इस अवस्था में उनका मां बनना संभव नहीं है। गर्भ ठहर भी गया तो गर्भपात होने का खतरा है। लेकिन केली को हर हाल में मां बनना था।
कैली ने वजन कम करने का फैसला लिया। सप्ताह में पांच दिन एक्सरसाइज और सख्त डाइट के चलते उन्होंने अपना वजन 86 किलो तक घटाया और 80 किलो की हो गईं। हालांकि यह चुनौती का अंत नहीं था। कैली के पति 28 वर्षीय जस्टिन भी 158 किलो के थे। पत्नी को बच्चे के लिए कोशिश करता देख उन्होंने भी तय किया कि हर हाल में वजन नियंत्रित करके रहेंगे।
जस्टिन की एक्सरसाइज भी शुरू हो गई। कुछ महीनों में वजन 59 किलो तक कम हुआ। इस तरह दंपति ने कुल मिलाकर 146 किलो वजन घटाया। इसके बाद उन्होंने बच्चे के लिए कोशिश की। दंपति की गोद हरी हो चुकी है। उनकी बच्ची मैकीना चार महीने की हो चुकी है। लेकिन दंपति ने अपने वजन को नियंत्रित किया हुआ है।
पेशे से मेडिकल असिस्टेंट कैली ने कहा, ‘वजन मेरा सबसे बड़ा डर था। हमेशा यही सोचती थी कि ऐसी ही मोटी रही तो कभी मां बन पाउंगी या नहीं। उस पर मोटापे की वजह से हुई बीमारी ने टेंशन बढ़ा दी थी।’
कैली के मुताबिक, ‘उनकी मां और नानी भी एक ही बच्चे को जन्म दे पाई थीं।’ कैली के खानपान में जितनी भी बुरी आदतें थीं। मसलन, कैंडी, चॉकलेट, कॉफी, कोल्डड्रिंक वह सब खत्म हो चुकी हैं। अमेरिका के कैलिफोर्निया में परिवार खुशहाल जीवन बिता रहा है।
कैली ने बताया, ‘अपनी बेटी को रोज निहारती हूं और स्कूल के दिनों में खो जाती हूं। तब भी मोटी थी। लेकिन बेटी को नियंत्रित खानपान से बड़ा करूंगी। उसकी आदतों पर नजर रखूंगी।’ कैली हमेशा यह ध्यान रखती हैं कि जो उन्होंने झेला वह उनकी बेटी को न झेलना पड़े।