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नोट बंदी का कश्मीर और वहां की समस्या पर अच्छा असर पड़ा है: मनोहर परिकर

Apoorva Pandey/ firkee.in Updated Tue, 15 Nov 2016 01:58 PM IST
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कश्मीर पर नोटबंदी का असर
कश्मीर पर नोटबंदी का असर - फोटो : the quint
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नोटबंदी से पूरा देश हलकान है और सबसे ज़्यादा मुसीबत तो बैंक वालों की आई हुई है वो दिन रात एक करके काम कर रहे हैं। एक आदमी बैंक में अपने 4000 रूपए लेकर बोला इसके लिए भाई साहब मैं 6 घंटे लाइन में लगा रहा। ये सुनकर बैंक वाला बोला हां हम आपकी परेशानी समझते हैं। इतना कहकर वो आदमी चला गया। इसके बाद बैंक कर्मचारी ने कहा कि अब मैं इनको क्या बताऊं कि मैं पिछले 2 दिनों से 5 घंटे भी नहीं सो पाया हूं।

अब सुनिए कश्मीर के क्या हालात हैं। ये हमारे रक्षा मंत्री मनोहर परिकर बता रहे हैं। उनका कहना है कि जबसे नोटबंदी का फैसला सामने आया है उसके बाद से ही आतंकी संगठनों की फंडिंग शून्य हो गई है। पहले सेना पर पत्थर बाज़ी के लिए 500-1000 रूपए तक दिए जाते थे और नोटबंदी के बाद से ही इसका बजट बिगड़ गया है।

 

यूनियन होम मिनिस्ट्री का कहना है कि नोटबंदी के अचानक आये फ़ैसले के बाद से कश्मीर में अलगावादी घटनाओं में आश्चर्यजनक रूप से कमी आई है। अभी फिलहाल वहां से किसी तरह की हिंसक घटनाओं की खबर नहीं आ पा रही है।

इस वजह से कश्मीर की सड़कों पर निश्चित ही शांति मालूम दे रही है। सिक्योरिटी एजेंसी का भी यही कहना है कि क्योंकि पत्थरबाज़ो को पैसे नहीं मिल रही इसलिए असीसी घटनाओं में कमी आई है।

 

इन एजेंसियों का कहना है कि कई अलगाववादी संगठनों एवं आतंकवादी संगठनों को पाकिस्तान से पैसा मिलता है। उनका कहना है कि इस फैसले से इन एजेंसियों को इतना नुक्सान हुआ है कि इन्हें उबरने में सालों लग सकते हैं।

हालांकि इस बीच श्रीनगर से फिर पत्थर बाज़ी की खबर आई है लेकिन इस बार पत्थर बाज़ों के निशानी पर परीक्षा देने जाते बच्चे हैं। ऐसी खबर है कि इन बच्चों को मारा-पीटा भी गया है।

नोटबंदी का कश्मीर पर क्या असर पड़ा है? वहां के लोगों का इस बारे में क्या कहना है? ये वहां लागू भी किया गया है कि नहीं, इन सारे सवालों का ठीक-ठीक जवाब अभी हमें नहीं मिला है लेकिन अगर मनोहर परिकर की मानें तो भारत के लिए सही मायेनों में ये अच्छी खबर है।

लेकिन आज आई इस खबर से चिंता की लकीरें एक बार फिर उभरती नज़र आ रही हैं।

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