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सुनने में बहुत अजीब लगता है लेकिन अब जो है सो है। खबर पक्की है है इसमें कोई दोराय नहीं है। भारतीय क्रिकेट की अंडर-19 टीम मुंबई के एक बहुत पॉश होटल में रुकी हुई है। लेकिन इन खिलाड़ियों को खाने के लाले पड़े हुए हैं। ये रात का खाना खाने में असमर्थ हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि टीम को उसका दैनिक भत्ता नहीं मिल पा रहा है।
इसका कारण ये है कि इस भत्ते को पास करने वाला कोई नहीं है। इससे पहले ये काम अजय शिर्के का था लेकिन जब से उन्हें निकाला गया है इस काम को देखने वाला कोई नहीं है।
नोटबंदी के समय इन खिलाड़ियों के लिए पैसों की लिमिट थी 24,000 रुपए जिसे ये एक हफ़्ते में एक बार निकाल सकते थे। फ़िलहाल बीसीसीआई के पास कोई सेक्रेटरी नहीं है। जबसे शिर्के को बाहर का दरवाज़ा दिखाया गया है तब से इस एलाउंस को पास करने वाला कोई नहीं है।
इन खिलाड़ियों को अपने मां-बाप से पैसे मांगने पड़ रहे हैं। एक खिलाड़ी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि नाश्ता तो होटल की तरफ़ से मिल जाता है और ज़्यादातर होस्ट एसोसिएशन दिन के खाने का इंतज़ाम करती ही हैं। सबसे बड़ी दिक्कत रात के खाने के साथ आ रही है।
जिस होटल में हम रुके हुए हैं वहां एक सैंडविच 1500 रुपए का मिलता है, ऐसे में हमें हर रात खाना खाने बाहर जाना पड़ता है। दिन भर की प्रैक्टिस के बाद होटल से निकलना बहुत कष्टकारी होता है। हम बेहद थक जाते हैं।
किसी जूनियर टीम के ये बहुत बड़ी समस्या है। बोर्ड को इनकी सामान्य का ख़याल रखना चाहिए। उम्मीद है कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान ढूंढ लिया जाएगा।