हमारे समाज म़ाफ कीजिए पुरूष प्रधान समाज में आज भी रेप के लिए पुरूष से ज्यादा महिला को, उसकी आदतों को और उसके कपड़ों को दोषी माना जाता है। रेप पीड़िता के दर्द को कोई नहीं देखता बस सब उसकी ग़लतियां बताना शुरू कर देते हैं। रेप के समय महिला को क्या-क्या सहन करना पड़ता है ये कोई नहीं समझ सकता। इसी बात को झकझोर देने वाली तस्वीरों के साथ आपके सामने पेश किया है Ganesh Toasty ने...तस्वीरों में देखिए तानिरिका की कहानी। वैसे तो हमारा समाज कहता है कि जो लड़किया सभ्य कपड़े (मुझे नहीं पता सभ्य कपड़ो की क्या परिभाषा है) नहीं पहनतीं या रात को या देर तक घर से बाहर रहती हैं उनके साथ ही रेप जैसी घटनाएं होती हैं, लेकिन तानिरिका ने साड़ी पहन रखी है और वो दिन में घर से बाहर निकली है फिर भी उसका रेप हुआ...अब ये सभ्य समाज क्या कहेगा?
ource:?Ganesh Toasty's Facebook photography page?Blackpearl photography