1.शुक्रवार दोपहर को सुरक्षाबलों और जम्मू कश्मीर पुलिस के जवानों ने एक जॉइंट ऑपरेशन चलाया। जॉइंट ऑपरेशन मतलब? जब दो अलग-अलग सुरक्षाबल के जवान एक साथ मिल के ऑपरेशन चलाते हैं। ऑपरेशन जम्मू कश्मीर से 85 कि.मी. दूर अनंतनाग जिले के पास हुआ था।
2.टारगेट में थे, कुछ आतंकी। जो वहीं गांव में छिपे थे। जिनमें सबसे मुख्य था बुरहान वानी। हिजबुल मुजाहिद्दीन का कश्मीर कमांडर। जो पिछले 5 से भी ज्यादा सालों से कश्मीर में एक्टिव था। मतलब अभी उसकी उम्र कोई 21-22 साल के करीब बताई जाती थी। तो वो कोई 15-16 साल की उम्र में ही घर छोड़ के चला गया था। 3.सुरक्षाबल के जवानों के साथ फायरिंग हुई। उसमें बुरहान वानी अपने दो और साथियों के साथ मारा गया। जैसे ही उसके मरने की खबर फैली। घाटी में लोग सड़कों पर आने लगे। कई जगह लाउडस्पीकर से भी उसके समर्थन में नारेबाजी हुई। एंटीइंडिया स्लोगन भी नारे में लगाए गए। पूरी घाटी के ज्यादातर हिस्सों में इंटरनेट सेवा ठप्प कर दी गई और कर्फ्यू लगा दिया गया।
4.इस बीच जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने ट्वीटर पर लिखा कि बुरहान वानी के खिलाफ किसी आतंकी गतिविधि में शामिल होने की कोई जानकारी नहीं थी। जिसके बाद लोगों ने उन्हें ट्वीटर पर खूब खरी-खरी सुनाई।
https://twitter.com/abdullah_omar/status/751446634375020544 https://twitter.com/abdullah_omar/status/7514466343750205445.कल से ही लोग कश्मीर में तराल के पास बुरहान के गांव पहुंचने लगे। पूरे कश्मीर घाटी में खूब भारत विरोधी नारे लगे। पुलिस के साथ झड़प भी हुई। जिसमें लोकल मीडिया का कहना है कि 100 के करीब जवान घायल हो गए हैं। और लगभग 8 लोकल की मौत हो गई।
https://twitter.com/ANI_news/status/7517006977212088326.आज यानि शानिवार को जब बुरहान का शव दफ़नाने के लिए उसके गांव लाया गया। वहां हज़ारों-हज़ार लोग जमा हुए। कुछ ने बताया कि उसके शव को पाकिस्तानी झंडे में लपेट कर नारेबाजी की गई। 'तुम कितने बुरहान मारोगे, हर घर से बुरहान निकलेगा'।
7. पूरी घाटी में सुरक्षा के इंतज़ाम बढ़ा दिए गए हैं। अमरनाथ यात्रा पर फिलहाल रोक लगा दी गई थी।
8.मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया था कि बुरहान के पिता एक सरकारी स्कूल में ही हेड मास्टर हैं।
[caption id="attachment_25815" align="alignnone" width="669"] Pic. courtsey : video grab, ht[/caption]9. बुरहान को पिछले कुछ सालों में ऐसा इकलौता मिलिटेंट माना जा रहा था, जो पूरी तरह से खुल कर सोशल मीडिया पर अपने फोटो और वीडियो पोस्ट किया करता था। जिससे उसे कश्मीरी यूथ को अपने साथ मिलाने में आसानी होती थी। वैसे एक और बात जो बता दूं, ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें बुरहान पर आज तक किसी भी आतंकी हमले में खुद शामिल होने की कोई खबर हो।
10.एक रिपोर्ट के मुताबिक़ पिछले कुछ सालों में कश्मीर में ऐसा पहली बार हुआ था कि लोकल मिलिटेंट की संख्या बाहरी आतंकवादियों से ज्याद हो गई थी। और इसका श्रेय बुरहान को ही जाता था। बुरहान पर भारत सरकार ने 10 लाख रूपए का इनाम भी रखा था।