विस्तार
अगर पूजा-पाठ नहीं करते हैं तो शुरू कर दीजिए। वंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने रिसर्च के बाद दावा किया है चर्च, मंदिर और मजिस्द में जाने से तनाव कम होता है। जो लोग पूजा-पाठ करते हैं वह शारीरिक तौर पर स्वस्थ रहते हैं और ऐसे लोगों में दीर्घायु होने की संभावना भी बढ़ती है।
शोधकर्ताओं ने 40 से 65 साल के उन लोगों को प्रोजेक्ट का हिस्सा बनाया जो चर्चा या आस्था के अन्य केंद्रों पर जाते थे। पाया गया कि ऐसे लोगों में मौत का खतरा 55 फीसदी तक कम था। शोध में शामिल रिसर्च एसोसिएट प्रोफेसर मारिनो ब्रूसी ने कहा कि ऐसी जगह जहां जाकर आप तनाव कम करते हैं, वह आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है और धार्मिक स्थल वो ही जगह होती है।
शोध में विभिन्न धर्मों के 5449 लोगों को शामिल किया गया था। पाया गया जो लोग पूजा-पाठ करते हैं, उनका रक्तचाप, कोलेस्ट्रोल का स्तर आदि आस्था में विश्वास नहीं रखने वाले लोगों के मुकाबले नियंत्रित रहता है।