हंसना हर किसी के लिए बेहद जरूरी होता है। हंसने वाला व्यक्ति हमेशा लोकप्रिय होता है। रोजाना खुल कर हंसने से व्यक्ति मानसिक रूप से तरोताजा महसूस करता है, जिससे उसकी मानसिक क्षमता में वृद्धि होती है। सिर्फ यही नहीं, हंसने से याददाश्त भी अच्छी होती है। इसलिए कोशिश करें रोजाना खुल कर हंसे और अपने आसपास मौजूद लोगों भी हंसाएं। हंसने के लिए आप कुछ मजेदार जोक्स पढ़ सकते हैं जो हंसने-हंसाने में आपकी मदद करेंगे। आज हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ मजेदार जोक्स जिन्हें पढ़कर आप ठहाके लगाने पर मजबूर हो जाएंगे। तो चलिए शुरू करते हैं हंसने-हंसाने का सिलसिला...
बच्चा- मम्मी आप तो कहती थीं कि परी उड़ती है फिर अपनी पड़ोसन आंटी उड़ती क्यों नहीं?
मम्मी- उस बंदरिया को परी किसने कहा?
बच्चा- डैडी ही उन्हें परी कहकर बुला रहे थे ।
मम्मी- तो फिर बेटा आज उड़ेगी वो आंटी और साथ में तुम्हारे पापा भी...
मंटू - कल मैंने रॉकेट छोड़ा
तो सीधे सूरज से जा टकराया।
घंटू - क्या बात कर रहा है?
फिर क्या हुआ?
मंटू - फिर क्या?
मेरी पिटाई हुई।
घंटू - किसने मारा?
मंटू - सूरज की मम्मी ने...
भिखारी - बाबूजी आप मुझे 150 रुपये देकर मेरी मदद कीजिए.
मैं अपने परिवार से बिछुड़ गया हूं.
समीर - पहले बताओ तुम्हारा परिवार कहां है?
भिखारी - मल्टीप्लेक्स में फिल्म देख रहा है.
एक आदमी ने कंडक्टर से पूछा - आप कितने घंटे बस में रहते हो?
कंडक्टर - जी 24 घंटे.
आदमी - वो कैसे?
कंडक्टर - देखिए, 8 घंटे तो सिटी बस में रहता हूं और
बाकी के 16 घंटे बीवी के बस में रहता हूं.
गप्पू - मां सारे खिलौने बेड के नीचे छिपा दो...
मां - क्यों?
गप्पू - क्योंकि मेरा दोस्त डब्बू आ रहा है..
मां - डब्बू खिलौने चुरा लेगा..
गप्पू - नहीं, वह अपने खिलौने पहचान लेगा...
डॉक्टर - तुमने आने में देर कर दी।
पप्पू - क्या हुआ डॉक्टर साहब, कितना वक्त बचा है मेरे पास?
डॉक्टर - मर नहीं रहे हो, 6 बजे का अपॉइंटमेंट था 7 बजे आए हो।