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ये खबर देगी आपको चौंका, अक्षय के पास है प्रधानमंत्री बनने का मौका

टीम फिरकी, नई दिल्ली Published by: Ayush Jha Updated Wed, 23 Oct 2019 04:43 PM IST
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अक्षय कुमार
अक्षय कुमार - फोटो : सोशल मीडिया
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कनाडा के आम चुनाव में पंजाबियों ने फिर अपना परचम लहराया है। उन्होंने 19 संसदीय सीटों पर जीत हासिल कर कीर्तिमान रच दिया। कनाडा में महज 3.5 फीसदी जनसंख्या वाले पंजाबी मूल के लोगों ने ब्रैंप्टन में क्लीन स्वीप किया। सबसे अधिक लिबरल पार्टी के पंजाबी मूल के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। इतनी भयंकर जीत के बाद अक्षय के मन में खुशी की लहर तो जरूर उठनी चाहिए। 
जिस तरह से कनाडा में पंजाबियों ने अपना कहर बरपाया है उसे देखते हुए यह लग रहा है कि अगर चुनाव में अक्षय भी खड़े हो जाते तो शायद वो यहां प्रधानमंत्री बन जाते। आपको बता दें कि अभिनेता अक्षय कुमार के पास कनाडा की नागरिकता है।
इन चुनावों में लिबरल पार्टी ने 20, कंजर्वेटिव ने 16, एनडीपी ने 12 और पीपुल्स पार्टी ने भारतीय मूल के पांच उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतारा था, जिनमें से 50 पंजाबी उम्मीदवार मैदान में थे। वैंकुवर से पंजाबी मूल के रक्षा मंत्री हरजीत सिंह सज्जन, सरींह से रणदीप सिंह सराय, सरींह के न्यूटन से सुख धालीवाल, माल्टन मिसीसागा से मंत्री नवदीप बैंस, मिसीसागा से गगन सिकंद, ब्रैंप्टन सेंट्रल से रमेश संघा, ब्रैंप्टन ईस्ट से मनिंदर सिद्धू, ब्रैंप्टन वेस्ट से कमल खैहरा, ब्रैंप्टन से रूबी सहोता, ब्रैंप्टन साउथ से सोनिया सिद्धू, वाटरलू से बरदीश चग्गर, किचनर से राज सैनी, ओकविला से अनिता आनंद और क्यूबिक से अंजू ढिल्लों ने लिबरल की टिकट पर जीत हासिल की। नेपियन से चंद्र आर्य भी विजयी हुए हैं। वे मूल रूप से कर्नाटक के रहने वाले हैं। ये सभी लिबरल पार्टी के हैं। 
एनडीपी पार्टी के अध्यक्ष और पीएम पद के उम्मीदवार जगमीत सिंह ने बरनबी से जीत हासिल की है। जगमीत सिंह की पार्टी ट्रूडो के साथ मिलकर सरकार बना सकती है। वहीं कंजरवेटिव पार्टी की टिकट पर पूर्व मंत्री टिम उप्पल ने मिलफूड एडमिंटन, कैलगरी से जसराज सिंह, कैलगरी के स्काईव्यू से जैग सहोता और मराखम से बोब सरोया ने जीत हासिल की है।
मलसिया, जालंधर के रहने वाले 26 साल के मनिंदर सिद्धू पहली बार चुनाव में ब्रैंप्टन ईस्ट से उतरे और 47 फीसदी वोट हासिल किए। वह कनाडा के सबसे युवा सांसद हैं। वहीं पंजाबी मूल के सुख धालीवाल चौथी बार सांसद बने हैं। जालंधर के रमेश संघा लगातार दूसरी बार और सोनिया सिद्धू भी लगातार दूसरी बार चुनाव जीते हैं। 
पिछली बार संसद में 18 पंजाबी थे। पंजाबी मूल के लोगों के मुख्य केंद्र ब्रैंप्टन की सभी संसदीय सीटों पर पंजाबी मूल के लोगों का कब्जा हो गया है। इस बार फ्रैंच भाषा बहुल क्षेत्र में भी पंजाबी मूल की अंजू ढिल्लों ने लिबरल की टिकट पर जीत हासिल की है।
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