विस्तार
जिस तरह अच्छी हवा, अच्छा खानपान किसी भी इंसान के सेहतमंद रहने के लिए जरूरी होता है, उसी प्रकार आपकी हंसी भी आपको स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाती है। अगर आप सुबह-शाम हंसने की आदत डाल लें तो कोई भी बीमारी, चाहे मानसिक हो या शारीरिक आपके पास भी नहीं आएगी। इसीलिए हम आपके लिए कुछ ऐसे मजेदार चुटकुले लेकर आए हैं, जिन्हें पढ़ने के बाद आप हंसते-हंसते लोटपोट हो जाएंगे। तो चलिए शुरू करते हैं हंसने-हंसाने का ये सिलसिला..
टीचर - दो में से दो गए तो कितने बचे?
पप्पू - मतलब नहीं समझा मैं।
टीचर - मान लो तुम्हारे पास दो रोटी थी और
तुमने दोनों खा ली, तो अब तुम्हारे पास अब क्या बचा?
पप्पू - सब्जी बची सर!
संता - यार कल शाम को भाभी तुझे इतना क्यों मार रही थी ?
बंता - क्या बताऊं यार सरकारी कार्यालय में काम करते-करते मेरा भी ना दिमाग खराब हो गया है।
संता - लेकिन हुआ क्या?
बंता - यार कल अपनी गर्लफ्रैंड को लव-लेटर लिखा और प्रतिलिपि
सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु पत्नी को भी भेज दिया।
चाहे कितने भी सुविचार भेजो।
पर मनुष्य मोबाइल की लो बैटरी के सिवाए,
कोई भी बात सीरियसली नहीं लेता है।
यमराज - इसके कर्मों का हिसाब बताओ?
चित्रगुप्त - अच्छे कर्म है?
यम - स्वर्ग भेजो।
चित्रगुप्त - किंतु इसका आधार कार्ड लिंक नहीं हुआ।
यम - नर्क में भेजो इस पागल को।
आज के बच्चों को क्या पता कि संघर्ष क्या है?
हमने वो टाइम भी देखा है।
जब मोबाइल में S लिखने के लिए।
7 को चार बार दबाना पड़ता था।
ट्रैफिक पुलिस - चालान काटना पड़ेगा, बताइए नाम बताइए।
राजू - याज्ञ्यल्कवल्क्यदास रामानुक्नस्मीजणचार्य ययुत्सु।
ट्रैफिक पुलिस - अब की बार छोड़ रहा हूं, फिर कभी सिग्नल तोड़ना नहीं!