आपने कई बार खजानों के बारे में पढ़ा और सुना हो होगा कई बार ये खजाने धरती की गर्भ में होते है तो वहीं कई इन खजानों का ठिकाना संमदर की गहराई में होता है, दुनियाभर में ऐसी कई जगहें हैं, जहां अरबों-खरबों का खजाना छुपा है। उनमें से कई खजाने तो ऐसे हैं, जिनके बारे में हमें पता तक नहीं। वहीं कुछ खजाने ऐसे भी हैं, जिनके बारे में हमें पता तो है, लेकिन हम चाह कर भी उन खजानों को निकाल नहीं सकते।
ऐसा ही एक खजाना छुपा है हिमाचल प्रदेश के एक झील में। कहा जाता है कि मण्डी से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर रोहांडा के घने जंगलों में स्थित कमरुनाग झील में अरबों का खजाना छुपा है, लेकिन आज तक किसी ने भी उस खजाने को निकालने की हिम्मत नहीं की। इसका कारण बेहद ही चौंकाने वाला है।
दरअसल, यहां एक बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है और इसी मंदिर के पास कमरुनाग झील है। कहा जाता है कि जो भी भक्त मंदिर में दर्शन करने आते हैं, वो इस झील में सोने-चांदी के गहने और रुपये-पैसे डालते हैं। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। इसी परंपरा के आधार पर यह माना जाता है कि इस झील में अरबों का खजाना है।
कहा जाता है कि इस झील में पड़ा खजाना देवताओं का है। मान्यताओं के अनुसार, इस झील की रखवाली एक बड़ा ही खतरनाक नाग करता है, जो भी उस खजाने को निकालने की कोशिश करेगा, वो नाग उसे पल भर में स्वाहा कर देगा। इसी कारण आज तक किसी की भी हिम्मत नहीं हुई कि उस खजाने को निकाले।
इस झील में छिपे खजाने के बारे में ऐसा मान्यता है कि यह झील सीधे पाताल तक जाती है और इसीलिए कोई भी उस झील में उतरने की हिम्मत नहीं करता कहा जाता है कि लोग यहां आकर मन्नत मांगते हैं और भगवान जब उनकी सभी इच्छाएं पूरी कर देते हैं तो वो दोबारा आकर यहां सोने-चांदी के आभूषण चढ़ाते हैं।