विस्तार
इस बात पर ठप्पा लग चुका है कि आमिर खान अपनी अगली फ़िल्म में एस्ट्रोनॉट राकेश शर्मा का किरदार निभाने वाले हैं। इस बायोपिक को सिद्धार्थ रॉय कपूर और आमिर मिलकर प्रोड्यूस करेंगे। फिलहाल इस फ़िल्म का नाम सल्यूट रखा गया है।
मुंबई मिरर के अनुसार अपनी पिछली फ़िल्म की तरह इस बार भी सिड इस फ़िल्म की स्क्रिप्ट लेकर सीधे आमिर के पास पहुंचे। ये फ़िल्म 2018 में आएगी और ये सिद्धार्थ के नए बैनर आर.के. फ़िल्म्स के तले बनाई जाएगी। इसका निर्देशन महेश मिथाई करेंगे।
इस फ़िल्म से जुड़ी बाकी की बातें आगे पता चलेंगी और तब तक हम आपको राकेश शर्मा की ज़िंदगी से रूबरू करवाएंगे...
राकेश शर्मा का जन्म 13 जनवरी 1949 को हुआ था। ये पंजाब से हैं और इनकी शिक्षा हैदराबाद में हुई।
नेशनल डिफेन्स अकादमी से अपनी ट्रेनिंग पूरी करने के बाद राकेश ने एक टेस्ट पायलट के रूप में एयर फ़ोर्स जॉइन किया।
क्योंकि शर्मा एक पायलट थे इसलिए पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में इन्होंने बहुत महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
20 सितंबर 1982 को इसरो और सोवियत इंटरकॉसमॉस स्पेस प्रोग्राम के एक जॉइंट स्पेस ऑपरेशन के लिए एक कॉस्मोनॉट के रूप में चुना गया।
2 अप्रैल 1984 को उन्होंने सोयुज़ टी-11 में उड़ान भरी और ऐसा करने वाले वो पहले भारतीय बन गए।
शर्मा ने अंतरिक्ष में पूरे 21 घंटे 40 मिनट बिताए।
राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष में साइंटिफिक और टेक्निकल स्टडीज़ पर काम किया। उन्होंने मुख्य रूप से बायो-मेडिसिन और रिमोट सेंसिंग पर कार्य किया था।
इस दौरान मोस्को में एक लाइव टेलीविज़न न्यूज़ कांफ्रेंस चल रही थी और उसमें प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भी मौजूद थीं।
जब प्रधानमंत्री ने राकेश शर्मा से पूछा कि अंतरिक्ष से भारत कैसा दिखाई दे रहा है? तो उन्होंने जवाब दिया "सारे जहां से अच्छा"।
अंतरिक्ष से लौटने के बाद शर्मा को 'हीरो ऑफ़ सोविअत यूनियन' के अवॉर्ड से नवाज़ा गया। भारत सरकार ने उन्हें अशोक चक्र से सम्मानित किया।