विस्तार
दुनिया के सबसे बड़े देशों के बारे में तो आपने सुना ही होगा, लेकिन क्या आप दुनिया के सबसे छोटे देशों के बारे में जानते हैं? आपको बता दें कई देशों का क्षेत्रफल तो हमारे एक शहर या यूं कहें कि एक गांव के बराबर भी नहीं है। आज हम आपको विश्व के सबसे छोटे देशों के बारे में बताएंगे जो कि जनघनत्व के मामले में बहुत ही छोटे हैं तो आइए जानते हैं इन छोटे देशों के बारे में..
1.वेटिकन सिटी (Vatican City)
लगभग 500 लोगों की आबादी वाले इस देश का क्षेत्रफल करीब 0.40 वर्ग किलोमीटर ही है। इसे दुनिया का सबसे छोटा देश होने का तमगा हासिल है। इसे आप एक गांव से भी छोटा मान सकते हैं। दरअसल इस देश की पूरी सीमा करीबन 2 किलोमीटर है। आप 20 मिनट में इसके एक कोने से दूसरे कोने तक पैदल जा सकते हैं, यकीं करना थोड़ा मुश्किल है लेकिन ये हकीकत है।
2.मोनाको (Monaco)
37831(2013, World Bank) लोगों की आबदी वाले इस देश का क्षेत्रफल करीब 2.2 वर्ग किलोमीटर है यह देश फ्रांस के साथ समुद्र के किनारे लगा हुआ देश है। ये दुनिया का दूसरा सबसे छोटा देश है। यह माना जाता है कि यहां पर साल भर विश्व के सबसे अमीर लोग ही आते हैं, लेकिन आपको बता दें कि यह देश सबसे छोटा होने के बावजूद सबसे ऊंची अर्थव्यवस्था वाला देश है।
3.नौरू (Nauru)
10084 (2011) लोगों की आबादी वाले इस देश का क्षेत्रफल 21 वर्ग किमी है। यह विश्व का सबसे छोटा द्वीप है और यह प्रशांत महासागर के बीचों-बीच बसा हुआ है।
4.तुवलु (Tuvalu)
9876(2013, World Bank) लोगों की जनसंख्या वाले इस देश का क्षेत्रफल 26 वर्ग किमी है। ये हवाई और ऑस्ट्रेलिया के बीच स्थित है और यह देश द्वीपों पर सिमटा हुआ है।
5.सैन मैरिनो (San Marino)
31448 (2013, World Bank) लोगों की आबादी वाले इस देश का क्षेत्रफल 61 वर्ग किमी है। इटली के बींचो-बीच स्थित सैन मैरिनो विश्व का पांचवा सबसे छोटा और पुराना देश है।
6.लिचटेंस्टेंन (Liechtenstein)
36925(2013, World Bank) आबादी वाले इस देश का क्षेत्रफल 160 वर्ग किलोमीटर है। इसके बारे में शायद ही आपने सुना हो लेकिन यह प्रति व्यक्ति आय और जीडीपी के मामले में विश्व का नंबर वन देश है।