विस्तार
वैसे तो रुस्तम-ए-हिंद दारा सिंह हम सबको हमेशा के लिए अलविदा कह चुके हैं, लेकिन वो हिन्दुस्तान ही नहीं बल्कि पुरी दुनिया में अपनी पहलवानी के लिए हमेशा याद किये जाते रहेंगे। दारा सिंह ने फिल्मी दुनिया में भी अपनी एक अलग पहचान बनाई। वैसे तो रुस्तम-ए-हिंद दारा सिंह को रेसलिंग के इतिहास में कई मुक़ाबलों के लिए याद किया जाता रहेगा, लेकिन एक ऐसा भी मुक़ाबला था जिसने इस खेल के इतिहास में ऐसी मिसाल बना दी जो कभी भूली नहीं जा सकती।
यह मुकाबला था ऑस्ट्रेलिया के खतरनाक पहलवान किंग कांग के साथ। 1962 में हुए इस मुकाबले का रोमांच आज भी खेल प्रेमियों के ज़हन में ताजा है कि कैसे एक भारतीय गांव के छोरे ने फेमस पहलवान को उठा कर रिंग के बाहर फेंका था। दरअसल इस मुक़ाबले में दारा सिंह ने अपने से कहीं ज़्यादा वज़नी किंग कांग को पहले तो रिंग में पटखनी दी और फिर उन्हें उठाकर रिंग के बाहर ही फेंक दिया। आपको बता दें तब दारा सिंह का वज़न 130 किलो था जबकि किंग कांग 200 किलो वज़नी था।
दरअसल पहलवान दारा सिंह ने रांची के अब्दुल बारी पार्क में नवंबर 1962 में दुनिया के जाने-माने पहलवान किंग कॉन्ग को हराया था। सिडनी के किंग कॉन्ग ने दारा सिंह को कुश्ती लड़ने की चुनौती दी थी। नवंबर 1962 में दुनियाभर के पहलवान रांची में जुटे थे।
आपको बता दें इस फाइट में दारा सिंह ने पहले तो किंग कॉंग को दोनों पैरों के बीच फंसाकर मैट पर इधर से उधर पटख़नी देनी शुरु की, इसके पहले कि रेफ़री बीच में आकर दारा सिंह को रोक पाता, दारा सिंह ने किंग कॉंग को उठाकर रिंग के बाहर फेंक दिया।