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पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया, लेकिन इंडिया तो पढ़ने में ही नहीं, लिखने में भी कमजोर नजर आ रहा है। बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी अपनी कमजोर हिंदी को लेकर चर्चा में आ गई हैं। कहा जा रहा है कि उन्हें हिंदी नहीं आती! जब उनसे स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत लिखने के लिए कहा गया तो उन्होंने बड़़ी गलती कर दी।
इस पर लोगों में चर्चा हो गई कि कैसे होगा भारत स्वस्छ, जब एक सांसद महोदया इसे सवच्छ कर रही हैं? मीनाक्षी लेखी इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड की ओर से आयोजित स्वस्थ सारथी अभियान का उद्घाटन करने पहुंची थीं, जहां वह ‘स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत’ शुद्ध हिंदी में नहीं लिख सकीं।
'सवच्छ भारत सवस्थ भारत' कुछ ऐसा लिख दिया मैडम जी ने। मैडम जी की ये फोटो ट्विटर पर वायरल हो रही है और लोग उनकी फिरकी ले रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि न सिर्फ गलत हिंदी बल्कि मैडम जी की राइटिंग स्किल भी कमजोर दिख रही है। ऐसा लग रहा है कि अक्षर सोच-सोचकर लिखे गए हैं।
मजबूरी में मैडम जी ने पूरी सहजता से अपनी गलती स्वीकार की और ट्विटर पर अपनी हिंदी सुधारने की बात कही है।
उनकी इस तस्वीर को देखकर लोग भड़क रहे हैं- 'जब एक सांसद को हिंदी लिखना नहीं आता तो क्या आता?'
जब ये हाल एक जाने माने एमपी का है तो बाकियों का क्या। थोड़ा हैंडराइटिंग ही सुधार लेंती मैम!