विस्तार
प्यार जताना हो या मंदिर में देवी-देवताओं की पूजा करनी हो, गुलाब के फूल सबसे पहले काम आते हैं। इनके बिना कोई भी गुलदस्ता पूरा नहीं होता, माला अधूरी रह जाती है। इनकी अहमियत का अंदाजा इसी से लगा लीजिए के अगर एक पल के इनके वजूद को नकार दें तो न जाने कितनी कविताएं, शेरो-शायरियां, गाने, कहानियां और फिल्मों के सीन अधूरे रह जाएंगे। आज के वक्त में इनके बिना आज इजहार-ए-मोहब्बत लगभग नामुमकिन है।
खूबसूरती, खुशबू और आकर्षण ऐसा कि हाथों में गुलाब छूने भर से कठोर से कठोर दिल पिघल जाए और खड़ूस मन वाला भी चुलबुला जाए और अठखेलियां करने लगे। चलिए जब बात गुलाब चल निकली है तो आपको रूबरू कराते हैं दुनिया के 10 खास किस्म के गुलाब के फूलों से। ये अपने आप में लाजवाब हैं। इनके बारे में कम ही लोग जानते हैं।
मॉस रोज का जिक्र इंग्लैंड की महारानी विक्टोरिया के वक्त सबसे पहले जिक्र गया था। इसके बाद 1746 में फ्रांस के नॉमेंडी में ये पहली बार देखे गए।
इग्लैंटेरिया को सबसे ज्यादा पहचान शेक्सपीयर के नाटक मिडसमर नाइट ड्रीम्स से मिली।
फ्लोरीबुंडा गुलाब आज ज्यादातर बगीचों में देखा जाता है। इसे चाइनीज और जैपनीज रोज के क्रॉस से तैयार किया गया है।
गैलिक रोज को फ्रेंच रोज भी कहते हैं। इसकी बनावट और खूबसूरती अपने आप में जबरदस्त है। इसकी खुशबू भी कमाल की होती है।
रोज फोएटिडा को ऑस्ट्रेलियन ब्रायर, पर्सियन यलो रोज और ऑस्ट्रेलियन कूपर रोज भी कहा जाता है।
पहली शताब्दी से अल्बा गुलाब की खेती यूरोप होती आ रही है। इसे रोजा कैनीना और रोजा डैमैसिना के क्रॉस से तैयार किया गया था।
बैंकसीए गुलाब काटों से रहित होता है। चीन के बगीचों में ये गुलाब सैकड़ों वर्षों तक ये गुलाब उगाए जाते रहे हैं।
बोरबन गुलाब
दमास्क गुलाब
हाइब्रिड टी
सोर्स-
वंडर्सलिस्ट