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कथाओं, किताबों और टीवी पर दिखाए गए धार्मिक कार्यक्रमों के जरिए हमारे दिमाग में स्वर्ग की एक तस्वीर बनी हुई है। तस्वीर में एक सोने की नगरी है, जहां सब कुछ सोने का होता है। दीवार से लेकर पतवार तक… हमारी कल्पनाओं में स्वर्ग ऐसी जगह है जिसमें एंट्री सोने के दरवाजे में होती है। अंदर स्वागत अप्सराएं करती हैं जो ऊपर से लेकर नीचे तक हैवी ज्वेलरी से लदी हुई हैं। मतलब चारो तरफ सिर्फ गोल्ड ही गोल्ड…
अगर आप ऐसे गोल्डन नजारे का आंनद जिंदा रहते लेना चाहते हैं तो तमिलनाडु के इस मंदिर में आइए। यहां भव्यता अपने चरम पर मिलेगी, इसकी चमचमाहट देखकर आपकी आंखें सच में चौंधियां जाएंगी। महालक्ष्मी का ये मंदिर तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में हैं। गूगल पर गोल्डन टेंपल, वेल्लोर तमिलनाडु सर्च करेंगे तो मंदिर पहुंचने से संबंधित सारी जानकारी मिल जाएगी। इसे सर्व तीर्थम मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर के बाहर एक सरोवर है जिसमें दुनिया भर की मुख्य नदियों का पानी आता है। जिसकी वजह से इसे सर्व तीर्थम सरोवर का नाम दिया गया है।
अपनी भव्यता के लिए ये दुनिया भर में जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि मंदिर को बनाने में 15 हजार किलो सोने का इस्तेमाल हुआ है, खर्चा करीब 300 करोड़। दुनिया में ये इकलौता मंदिर है जिसके अंदर और बाहर इतनी बड़ी मात्रा में सोने का इस्तेमाल किया गया है। रात की चांदनी रौशनी जब इस सोने के मंदिर पर पड़ती है तो मानो स्वर्ग जमीन पर उतर आया है।
आर्टीफिशयल लाइटिंग भी ऐसी की गई है कि देखकर आपका मन खिल उठेगा। 100 एकड़ में फैले इस मंदिर में चारो तरफ हरियाली मिलेगी। 2007 में बने इस मंदिर की लोकप्रियता दिनों दिन बढ़ती जा रही है। मंदिर में दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु रोजाना दर्शन करने आते हैं।