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हम भारतीय बड़े ही दिलचस्प होते हैं। हम किसी से जज्बातों की हद तक प्यार-मुहब्बत करते हैं, लेकिन दुनिया को जताते नहीं हैं। कोई शहरी छोरा इसे जताने हिमाकत भी करता है तो हम उसे कूट देते हैं। का है कि भईया देखकर हमारी भावनाएं काबू में नहीं रहतीं। शायद यह हमारे यहां की जलवायु का असर है। इसलिए प्यार करना है तो घर पर करो। परदे के पीछे करो।
मजेदार बात यह है कि इसी देश में एक जगह ऐसी है जहां खुलेआम चुंबन लेने का महोत्सव मनाया जाता है, प्रतियोगिता होती है। जी हां, लोगों की भीड़ के सामने आदमी और औरत एक दूसरे के जी भरकर चुंबन लेते हैं और कोई कुछ कहता भी नहीं। बल्कि चुंबन लेने वालों को वाहवाही मिलती है, सम्मान मिलता है। यह जानकारी पाकर आपको उस जगह के बारे में जानने के लिए उत्सुकता हो रही होगी तो जनाब और मोहतरमा अगली स्लाइड पर क्लिक करने का कष्ट करें। बताते हैं आपको पूरी दिलचस्प कहानी और साथ में वीडियो भी है।
चुंबन लेने की यह प्रतियोगिता आयोजित की जाती है झारखंड में। रांची से 321 किलोमीटर दूर एक गांव पड़ता है- डुमरिया। यहां पिछले 37 वर्षों से हर साल 'वार्षिक डुमरिया मेला' लगता है। चुंबन प्रतियोगिता इसी मेले का खास अंग है।
हजारों लोगों की भीड़ के सामने चुंबन लेना युद्ध लड़ने से कम नहीं माना जाना चाहिए। बड़ी ही हिम्मत जुटानी पड़ती है। शर्म का लिबास उतारकर फेंकना पड़ता है। खासकर एक औरत के लिए यह सबसे कठिन काम है। लेकिन एक महान कारण के लिए लोग दुनिया का परवाह न करते हुए चुंबन प्रतियोगित का में हिस्सा लेते हैं।