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एक फिल्मी कहावत है, नियम बनते ही हैं तोड़ने के लिए… इसी तरह हर साल दिसंबर के महीने में कुछ वादे खुद से किये जाते हैं, ये जानते हुए कि पूरे साल तो क्या... एक महीने इनको निभा पाना मुश्किल होगा। खाने की आदतों से लेकर सुबह जॉगिंग और जिम ज्वाइन करने तक की कसमें खाई जाती हैं। लेकिन ठिठुरती ठंड में सारे कसमें वादे गरमा-गरम चाय के प्याले के सामने बौने लगने लगते हैं।
दरअसल ये बदलते जमाने में एक नया ट्रेंड है। इसे शहरों में न्यू इयर रेज्योलूशन कहते हैं और ग्रामीण इलाकों में नये साल की शपथ। तो आइए देखते हैं ऐसे ही कुछ रेज्योलूशंस के बारे में जो नये साल में बनते तो हर साल है लेकिन जनवरी के बीतने से पहले ही टूट जाते हैं। कमेंट्स बॉक्स में बताएं कि और कौन से रेज्योलूशन इसमें जोड़ने रह गये हैं।
पहली जनवरी से रोजाना सुबह जल्दी उठेंगे
पहली जनवरी से रोज एक्सरसाइज करेंगे
पहली जनवरी से ये गंदी आदतें छोड़ देंगे
पहली जनवरी से झूठ नहीं बोलेंगे
पहली जनवरी से रोजाना नहाएंगे
पहली जनवरी से जंक फूड से तौबा
पहली जनवरी से रोजाना ऑपिस समय पर पहुंचेगे
पहली जनवरी से ट्रैफिक नियमों का पालन करेंगे
पहली जनवरी से गंदगी तो बिल्कुल नहीं फैलाएंगे
पहली जनवरी से न घूस लेंगे और न ही किसी को ऑफर करेंगे