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दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने के लिए हर साल सैकड़ों की संख्या में पर्वतारोही नेपाल पहुंचते हैं। एवरेस्ट फतह करने के लिए जहां पहाड़ों की अच्छी समझ जरूरी है, वहीं दूसरी ओर खर्च वहन करना भी बड़ी बात है। आमतौर पर एवरेस्ट की चढ़ाई के दौरान प्रति पर्वतारोही करीब 8 लाख रुपये तक परमिट शुल्क लगता है, जोकि नेपाल सरकार को जाता है और दक्षिण अफ्रीका का रहने वाला रायन सीएन डेवी इस फीस से बचना चाहता था। नेपाली अधिकारियों की आंखों में धूल झोंकते हुए रायन ने सिर्फ एवरेस्ट बेस कैंप तक पहुंच गया, बल्कि 20 हजार फीट की ऊंचाई पर पहुंचकर एक गुफा में जा छिपा।
नेपाली अधिकारियों का एक दल भी इस दौरान एवरेस्ट की चढ़ाई पर था। इस दल की नजर रायन पर पड़ गई और उसे दबोच लिया गया। रायन जिस फीस से बचना चाहता था, उसका दोगुना जुर्माना करीब 16 लाख रुपये अब उसे खुद को बचाने के लिए देने होंगे। यही नहीं, उसके एवरेस्ट चढ़ाई पर दस साल का प्रतिबंध लगा दिया गया है। नेपाली अधिकारियों ने रायन का पासपोर्ट भी जब्त कर लिया है। अपने फेसबुक पोस्ट पर रायन ने लिखा है कि वह अपने कारनामे पर काफी शर्मिंदा है। उसे जेल जाने का डर सता रहा है।
नेपाल सरकार के अधिकारी ज्ञानेंद्र श्रेष्ठ ने बताया, ‘मैंने उसे बेस कैंप के पास अकेला देखा था। कुछ पूछना चाहा तो वह भागने लगा। इसके बाद दोस्तों के साथ उसका पीछा किया और बाद में एक गुफा से दबोच लिया।’ अधिकारियों को सूचित किए बगैर रायन ने गुफा में अपनी जरूरत का सामान जुटाया था।
खुद को निर्माता बताता है
फेसबुक पर रायन ने अपनी पहचान एक निर्माता-निर्देशक के तौर पर बताई है। उसका दावा है कि 6 घंटों में वह 23 हजार फीट करीब 7010 मीटर तक पहुंच गया था। फिलहाल हालत यह है कि रायन के पास एवरेस्ट क्षेत्र से काठमांडू जाने तक के पैसे नहीं हैं।
- 8848 मीटर यानी 29030 फीट है माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई।