आप दिल्ली में नए हैं। या फिर कहीं घूमने जा रहे हों और दिल्ली बीच का पड़ाव है। या फिर दिल्ली ही घूमने आए हों। या अगर आप दिल्ली में कुछ समय से रहे रहे हैं और अभी तक दिल्ली के इन जगहों को नहीं देखा है। तो दिल्ली के इन जगहों की लिस्ट अपने दिमाग में डाल लीजए। असली दिल्ली आपको इन्हीं जगहों पर दिखेगी। इन जगहों पर दिल्ली की असली जान बसती है। क्योंकि इन बड़ी-बड़ी इमारतों और शॉपिंग मॉल से अलग दिल्ली की अपनी एक दुनिया है!
अगर घूमने आए हों और किसी ट्रैवलर के साथ आप घूमने वाले हों तो उनसे भी आप पहले ही बात कर लीजिए कि मुझे इन जगहों पर भी घूमना है। क्योंकि ट्रैवलर वाले हों या फिर आप दिल्ली में नए हैं तो आप इंडिया गेट, अक्षरधाम और कुतुब मीनार जैसी जगहें देख ही लेंगे। लेकिन इन जगहों तक आपको ट्रैवलर वाले ले कर शायद ही जाएं।
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वास्तव में वो जगह है जहां आप अपने चप्पल से लेकर टोपी तक जो ढूंढेंगे वो मिलेगा। किसी बड़े डिजाईनर के डिजाईन किए हुए कपड़े हों या फिर दिल्ली का सबसे टेस्टी खाना। यहां के दही भल्ले अगर नहीं खाए तो समझ लीजिए आपने दिल्ली में कुछ खाया ही नहीं।
ये जगह दूर से भीड़ सी दिखती है। लेकिन जब आप यहां की पतली संकरी गलियों में घुसते हैं तब आपको पता चलता है कि आखिर इस भीड़ का राज क्या है। खजाना है जी खजाना। रिक्शे से लेकर करोड़ो की गाड़ियों से लोग उतरते हैं और यहां कि गलियां छानते रहते हैं। क्योंकि दिल्ली के चांदनी चौक में जो मिल जाएगा वो पूरे हिंदुस्तान में कहीं नहीं मिल सकता। और इस भीड़ में भी जब पुरसुकूं रोमांस से भरी हवा आपको छूती है तब आपको पता चलता है कि अगर आपने चांदनी चौक नहीं देखा होता तो ना जाने कितना कुछ छूट गया होता।
राजीव चौक मेट्रो के 6 या 7 नंबर गेट से निकलें। निकलते ही आपको सीधे हाथ पर पालिका बाज़ार का बड़ा सा गेट दिखेगा। यहां पर आपको थोड़ा सा होशियार रहने की जरूरत है। जैसे ही आप मेट्रो से निकलेंगे आपके सामने चमचमाता कनॉट प्लेस दिखेगा। लेकिन आपको उसमें नहीं फंसना है। पहले आंख बंद कर के पालिका में घुस जाना है।
पालिका बाज़ार, कनॉट प्लेस के ठीक नीचे बना एक अंडर ग्राउंड मार्केट है। जहां से आपको कपड़ों से लेकर फैशन और इलेक्ट्रॉनिक्स तक के सामान बिल्कुल सस्ते दामों पर मिल जाएंगे। बस, शर्त इतनी है कि जितनी बेशर्मी से वो दुकानदार आपको किसी सामान के रेट बताएगा, उतनी ही बेशर्मी से आपको मोलभाव करना आना चाहिए। ब्रांडेड के नाम पर यहां आपको ठीक बिल्कुल वैसे ही दिखने वाले जूते-चप्पल कपड़े मिल जाएंगे। कोई एक्सपर्ट भी जिसे पकड़ नहीं पाएगा। इसे फर्स्ट प्रिंट के नाम से बेचा जाता है।
पालिका बाज़ार घूम के मन भर जाए तो फिर यहां से चलते हुए पैदल आप किसी से भी रास्ता पूछ लें। बंगला साहिब का रास्ता किधर से है? और फिर वहां से चलते हुए बंगला साहिब के लिए निकल जाएं। ये जगह आपको अमृतसर के स्वर्ण मंदिर सा फील देगा। जैसे ही आप अंदर जाएंगे आपको दिखेगा लोग आपसे जूते ले रहे हैं। जमा कर रहे हैं। इसके बदले एक टोकन मिलेगा। बिल्कुल फ्री सेवा है।
जूते लेने वाले सेवा कर रहे लोग जिस इज्जत के साथ आपके जूतों को लेंगे आपको खुद की पुरानी हरकतों पर शर्म आ जाएगी। बंगला साहिब घूमिए। अंदर लंगर चलता है। उसे खाइए। शानदार सा प्योर देशी घी का हलवा प्रसाद मिलेगा। लास्ट में फ़ोटो, सेल्फी खिंचवाते हुए अपने चप्पल या जूते के साथ एक-दो टॉफ़ी लेकर निकल जाइए। दिमाग में 20 दिन तक बंगला साहिब का सेवाभाव ही घूमता रहेगा
बंगला साहिब से निकलते ही एक ऑटो बुक कर लें। 100 रुपए से कम पैसे खर्च होंगे। उनसे कह दीजिए। वो आपको 10-15 मिनट में अग्रसेन की बावली तक छोड़ देगा। ये वही जगह है जहां सुल्तान में सलमान खान कंधे पर ईंटों का बोझ लिए प्रैक्टिस करते हैं। जहां पीके में आमिर खान अनुष्का को बैठा कर अपनी कहानी सुनाते हैं। इसके आस-पास कुछ बोर्ड होर्डिंग लगे हैं। उसको पढ़ लीजिए। इसके बारे में डिटेल पता चल जाएगा। आज कल दिल्ली में नए-नए आए प्रेमी जोड़ों का भी भरपूर स्वागत कर रही है ये जगह! मज़ा आएगा। कुछ नया दिखेगा गारंटी है।
सरोजनी नगर के लिए सबसे पास का मेट्रो 'आएनए' है। यहां से 50-60 रुपये में आप ऑटो बुक कर सकते हैं या ओला/उबर कैब बुक कर सकते हैं। 10 मिनट में आप मार्केट के सामने होंगे। यहां मोलभाव करने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। सब कुछ सस्ता या यों कहें कि सही रेट पर मिल जाता है।
जगह-जगह 150-500 तक की फिक्स्ड प्राइस बोर्ड लगी है। लड़कियों के लिए शॉपिंग का जन्नत कहते हैं इसे। तभी तो पंजाबी गाने में भी लाईन आती है, 'सरोजनी के कपड़े पहन के आती मैडम डिस्को, जिआईपी में कॉम्प्लेमेंट्री शॉट्स भी दे दो इनको'।
एक और चीज़ जो सरोजनी में आपको टेस्ट करना चाहिए वो हैं यहां के मोमोज़! अगर सही जगह मिल गया तो ऐसे मोमोज़ आपको चीन या नॉर्थ ईस्ट में भी नहीं मिलेगा!