विस्तार
हम भारतीय अपनी हाजिरजवाबी के साथ ही जुगाड़बाजी के लिए भी पूरी दुनिया में फेमस हैं, जो काम न हो रहा हो उसे निपटाने के लिए कुछ न कुछ जुगाड़ लगा ही लेते हैं। कई बार तो उन चीजों पर भी जुगाड़ लग जाता है जिनके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता। जुगाड़ की महिला ऐसी है कि ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी तक ने इस शब्द को अपना लिया है, तो आइए कुछ ऐसे ही जुगाड़ से हम आपको रूबरू कराते हैं....
शाबास... अब ये पिलर कहीं नहीं जाएगा...।
हर किसी का इतना दिमाग थोड़े चलता है...।
अब सही है... बरोबर टाइम दिखेगा।
अब दिखाओ जरा गाड़ी चोरी करके....
देशी गीजर...
सीट का झंझट ही खत्म।
लो बन गया लैपटॉप।
लो कर दी कार की तुरपाई।
अब ठीक है रे बाबा... ये पंखा कहीं नहीं जाएगा।
अच्छा... ऐसे भी डेंट छुपाया जाता है।
ये देखा मेरी गाड़ी का रियर वाईपर।