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ऊपर वाला दिमाग वाले लोगों को पैसे देता है तो वो कायदे का काम करते हैं लेकिन जब यही रोकड़ा कम दिमाग वाले लोगों के पास आ जाता है तो ये लोग उसे वैसे खर्च करने लगते हैं जैसे पैसा वाकई हाथ का मैल हो। अरे भई... पैसे के हाथ के मैल वाली बात आपको दूसरी चीजों की अहमियत समझाने के लिए बताई गई थी। लेकिन लोगों ने इसे सीरियस लेते हुए ऐसी फिजूल खर्ची करनी शुरू कर दी। बाजार भी पैसे वालों की आदतों को जानते हैं लिहाजा ऐसा सामान तैयार कर दिया जिसकी कोई जरूरत नहीं, सिर्फ दिखावा करने के लिए इंसान ये सब खरीदता है। तो आइए आपको बताते हैं कि बाजार में मौजूद ऐसे सामान, जिनको देखने के बाद आम आदमी को महसूस होगा कि अगर हमारे पास ढेर सारे पैसे होते तो हम बिल्कुल भी खर्च नहीं करते।
सोने की शर्ट मतलब प्योर दिखावा। मतलब रस्सी जैसी मोटी गले की चेन तक तो ठीक था। महाराष्ट्र में रहने वाले इस बिजनेसमैन ने अपने बर्थ-डे के मौके पर खुद को ही सोने की शर्ट गिफ्ट दे दी। जब साहब बाहर निकलते हैं तो भारी सिक्योरिटी लेकर चलते हैं।
ठीक ठाक पैसे वाले लोगों की दो चाहतें कॉमन होती है। एक तो आईफोन और दूसरा सोना यानी कि गोल्ड... अब जो बहुत पैसे वाला है तो उसके पास दोनों खरीदने के लिए अकूत पैसा है तो वो कुछ भी खरीद सकता है। जिन लोगों को अपने पैसे खाते में बुरे लगते हैं उनके लिए सोने का आईफोन बनाया गया है। कोई बता रहा था कि मुकेश अंबानी की पत्नी के पास ऐसा वाला फोन है।
आप टीवी खरीदने से पहले उसके फीचर देखते हैं। उसका रिज्योलेशन क्या है, स्क्रीन का साइज, साउंड सिस्टम वगैरह वगैरह... लेकिन अमीर लोग दुकान पर जाकर हीरे जवाहरात वाली टीवी मांगते हैं। ऐसे ही लोगों के लिए ही हीरे जवाहरात वाली टीवी बनाई गई है।
मतलब लोगों को कहीं भी रईसजादे होने का फील लेने का मन करता है। उन देश की सरकारों को ऐसे लोगों के नाम सार्वजनिक करना चाहिए जो सोने के टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल करते हैं।
वैसे तो शतरंज के खेल का पैसे से कोई लेना-देना नहीं है लेकिन अमीरजादों ने इसे भी प्रेस्टीज से जोड़ दिया। इस शतरंज के हाथी-घोड़ों और ऊंटों में हीरे जड़े हुए हैं। इसकी कुल कीमत 4 करोड़ रुपये है। 400 रुपये के शतरंज के बोर्ड के लिए 4 करोड़ कौन खर्च करता है भाई।
यहां इंसानों को हीरा नसीब नहीं हो रहा है और कुत्ते के लिए गले में पहनने वाला कॉलर हीरे का बना दिया है। इस हीरे जड़ित कॉलर की कीमत में एक शहर के सड़क पर घूम रहे आवारा कुत्तों के लिए अच्छा सा डॉग होम खोला जा सकता है।
अरे डायमंड चाय पत्ती वालों ने इसे नहीं बनाया है बल्कि इसे बनाया है कि ब्रिटेन की एक कंपनी ने। गरीब लोग इसके पीने का सपना भी नहीं देख सकते।